दून में जुटेंगे देश भर के लेखक व साहित्यकार
हर साल की तरह इस बार भी 16 व 17 दिसंबर को दून वैली ऑफ वर्ड्स इंटरनेशनल लिटरेचर एंड आर्ट फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा। फेस्टिवल में देश भर के नामी लेखक व साहित्यकार जुटेंगे। साथ ही साहित्यप्रेमियों के साथ बातचीत, विमर्श, चिंतन और मंथन भी करेंगे। फेस्टिवल में तरह-तरह की प्रदर्शनी, नाटकों का मंचन, शास्त्रीय नृत्य समेत कई सांस्कृतिक आयोजन भी होंगे।
शुक्रवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से बात करते हुए वैली ऑफ वर्ड्स के संस्थापक व संरक्षक पूर्व आईएएस अधिकारी डॉ. संजीव चोपड़ा ने बताया, राजपुर रोड स्थित एक होटल में फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा। फेस्टिवल में निशुल्क प्रवेश कर सकते हैं। इस मौके पर लेखकों और साहित्यकारों को पुरस्कृत व सम्मानित किया जाएगा। भोजन के शौकीन लोगों के लिए देश के विभिन्न प्रकार के व्यंजन पकवानों का भी इंतजाम होगा। बताया, समारोह में आठ श्रेणियों में बुक अवार्डस प्रदान किए जाएंगे। इस वर्ष देश की 70 प्रकाशन संस्थानों से 600 से अधिक किताबें का नॉमिनेशन आया था। जिनमें से आठ किताबों का चयन पुरस्कार के लिए किया गया है।
कहा, पुस्तकों की गुणवत्ता और अधिक प्रतिस्पर्धी होने की वजह से तीन स्तरीय प्रक्रियाओं से गुजर कर पुस्तकों का चयन किया गया है, ये निश्चित तौर पर एक कठिन कार्य था। इसके अलावा प्रत्येक श्रेणी में समीक्षकों ने 10 पुस्तकों की लॉन्ग लिस्ट में से अंतिम पांच को शॉर्ट लिस्ट में शामिल किया। इस मौके पर ज्यूरी मेंबर में शामिल रही डॉ. रुद्रांगशु मुखर्जी, प्रो. सतीश एकांत, पूजा मारवाह और हीरा पांडे भी मौजूद रहे