सरस मेले में ग्राहकों को खूब लुभा रही रिंगाल की टोकरी
मुनिकीरेती स्थित पूर्णानंद खेल मैदान में आयोजित सरस मेले में विभिन्न जिलों से आईं महिला स्वयं सहायता समूहों का स्टॉल लगा हुआ है। इन स्टॉलों में समूह की ओर से तैयार किए गए उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई है। अधिकांश उत्पाद हैंडलूम हैं। प्रत्येक जिले के समूह अपने उत्पादों में अपने क्षेत्र की कलाकारी को प्रस्तुत कर रहे हैं। इन्हीं कलाओं में एक रिंगाल की टोकरी भी है। जो मेले में ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। बृहस्पतिवार को पूर्णानंद खेल मैदान में आयोजित मेले में टिहरी जनपद के प्रतापनगर की मालदेवता समूह की ओर से रिंगाल की टोकरी का प्रदर्शनी लगाया गया है। प्रदर्शनी में महिलाओं की ओर से तैयार की गई रिंगाल की टोकरियां लोगों को खूब पसंद की जा रही है। इस स्टॉल में ग्राहकों को 150 से 200 रुपये तक की टोकरियां उपलब्ध हो रही है।
समूह की महिला धनिता ने बताया कि प्रतापनगर ब्लॉक में रिंगाल का उत्पादन बहुत होता है। वर्ष 2019 में प्रतापनगर की महिलाओं ने मालदेवता समूह बनाया। समूह में 35 महिलाएं है। महिलाओं ने समूह बनाकर रिंगाल के उत्पाद बनाने शुरू किए। उन्होंने अब तक टनकपुर और टिहरी जिले के विभिन्न स्थानों पर अपने उत्पादों का स्टॉल लगाया है।
धनिता ने बताया कि समयानुसार लोग मॉडल हो रहे हैं, वह पाश्चात्य संस्कृति की ओर मुड़ रहे हैं। लोग चाइनीज वस्तुओं को अधिक इस्तेमाल कर रहे हैं। पहाड़ों में लोग आज भी अधिक से अधिक मात्रा में रिंगाल के उत्पादों का अधिक इस्तेमाल करते हैं। कहा रिंगाल की टोकरी में यदि रोटियां रखी जाए तो इसमें रखी रोटियां जल्द ठंडी नहीं होती, अधिक समय तक मुलायम रहती हैं। टोकरी को ढकने पर भी उसमें पानी की मात्रा महसूस नहीं होती है। जबकि हॉटकेस को बंद करने पर उसमें रखी रोटियों में पानी महसूस होता है और रोटियां खराब हो जाती हैं।