CM ने गिनाई सरकार की योजनाएं, नारे लगे आंधी नहीं तूफान है शिवराज सिंह चौहान है…
भोपाल, मध्यप्रदेश। चुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं। रविवार को मुख्यमंत्री चौहान ने सीहोर का दौरा किया। मुख्यमंत्री सीहोर के ग्राम जहाजपुर में विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करने पहुंचे थे। मुख्यमंत्री मंच पर भाषण दे रहे थे इस बीच उनके समर्थकों ने नारे लगाए, मध्यप्रदेश की शान है शिवराज सिंह चौहान है, आंधी नहीं तूफान है शिवराज सिंह चौहान है…। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सीहोर के बुधनी से विधायक हैं।
आपके आशीर्वाद ने ही मुझे सांसद, विधायक और मुख्यमंत्री बनाया:
सीएम चौहान ने सीहोर में कहा, यहाँ आए हुए बहुत दिन हो गए थे आपने पुकारा और भैया चला आया। आपके आशीर्वाद ने ही मुझे सांसद, विधायक और मुख्यमंत्री बनाया। सबसे बड़ी बात मैं आपका मुख्यमंत्री नहीं परिवार का सदस्य हूँ। हम परिवार के सदस्य हैं। भगवान और नर्मदा मैया जानते हैं की मैंने मुख्यमंत्री नहीं परिवार बनके सरकार चलाई है।
इसके आगे सीएम चौहान ने कहा, कई नेता आए और गए किसी ने बहनों की जिंदगी बदलने की कोशिश नहीं की। हमने लाड़ली लक्ष्मी योजना से बेटियों को लखपति बनाने का काम किया है। इसके पहले किसी ने बेटियों के खाते में पैसे डाले थे क्या। मैंने तय किया कि, बेटियां बोझ न बने इसके लिए हम मुख्यमंत्री कन्यादान योजना लेकर आए। ये काम तब होता है जब परिवार की सरकार हो।
सीएम चौहान ने इसके आगे कहा पंच-सरपंच के चुनाव में हमने महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की। हमने बहनों को राजनीतिक स्वतंत्रता दी। बेटियों के लिए पुलिस भर्ती में आरक्षण की व्यवस्था की। लाड़ली बहना योजना भी एक अदभुत योजना है। मेरे मन में आया कि, बहनों को हजार रुपए भी मांगने पड़ रहे हैं। इसके लिए ये योजना हमने बनाई। साल में एक बार नहीं हर महीने पैसे डालने की योजना हमने बनाई। 1 करोड़ 32 लाख लाड़ली बहनों के खाते में 15 हजार करोड़ रुपए डाले जा रहे हैं। 28 फरवरी को मेरे मन में आया कोई योजना बनानी चाहिए। सुबह 4 बजे मैंने आपकी भाभी को उठा कर लाड़ली बहना योजना बताई। अब 1250 रुपए बहनों के खाते में डाले जा रहे हैं। इससे बहनों की जिंदगी में बदलाव आ रहा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा, अब हर गांव में एक हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल है। अब मैं सीएम राइज स्कूल बना रहा हूं। प्रत्येक स्कूल की लागत लगभग 40 करोड़ रुपये है। यह सभी गांवों में नहीं बनाया जाएगा।” फिलहाल इसे चार जगहों पर बनाया जा रहा है। निजी स्कूलों की तरह ही आसपास के इलाकों से बच्चों को लेने के लिए बसें आएंगी… स्कूलों में प्रयोगशालाएं, लाइब्रेरी, मैदान और स्मार्ट क्लास होंगी।