टीबी चैंपियन के चैलेंज और उनके कार्यों की दी जानकारी
एक्शन फॉर एडवांसमेंट सोसायटी आस की ओर से नंदा तू राजी खुशी रैंया एक अभियान टीबी से मुक्ति कार्यक्रम के तहत आईएसबीटी में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान टीबी चैंपियन की भूमिका विषय पर सेमिनार लगा। इसमें हरिद्वार और देहरादून जनपद के करीब 35 टीबी चैंपियन ने प्रतिभाग किया। रविवार को जिला क्षय रोग अधिकारी डाॅ. मनोज वर्मा, संस्था की सचिव हेमलता बहन ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सेमिनार में वॉलिंटियर सविता, पारुल और लक्ष्मी ने टीबी चैंपियन को ध्यान रखने योग्य बातें, उनके चैलेंज और कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। आस की सचिव हेमलता बहन ने टीबी केंद्र में लंबे समय से रिक्त चल रहे टीबी चिकित्सक की तैनाती की मांग की। जिला टीबी नियंत्रण अधिकारी डॉ. मनोज वर्मा ने टीबी चैंपियन वॉलिंटियर टीम को प्रेशर ग्रुप की तरह स्वेच्छा से रोगीजन की समस्याओं को उठाने पर प्रकाश डाला। डॉ. प्रशांत चौधरी ने कहा कि सरकार की ओर से टीबी मरीजों को पोषाहार, सेवा सहयोग देने वाले चैंपियन को सहयोग राशि दिया जाएगा। कार्यक्रम में टीबी चैंपियन को आस ने प्रमाण पत्र दिए। इस मौके पर आस के अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत राही, कोतवाली प्रभारी केआर पांडेय, संजय अग्रवाल, डा. ऋतिक अरोड़ा, मनीषा, लीला उनियाल, उपासना, कल्पना, हिना, किरन, काजल, दिनेश, वर्षा आदि शामिल रहे।