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विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया का खुला खाता; श्रीलंका की लगातार तीसरी हार, शर्मनाक रिकॉर्ड की बराबरी की

ऑस्ट्रेलिया ने विश्व कप के 14वें मैच में श्रीलंका को पांच विकेट से हरा दिया। लखनऊ के भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में सोमवार (16 अक्तूबर) को मिली जीत से उसने टूर्नामेंट में अपना खाता खोल लिया। इस विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया की यह पहली जीत है। इससे पहले उसे भारत और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। श्रीलंका के खिलाफ जीत से पांच बार की चैंपियन टीम ने दो अंक हासिल कर लिए।

श्रीलंका की विश्व कप में लगातार तीसरी हार का सामना करना पड़ा। इससे पहले उसे दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान ने हराया था। लंकाई टीम ने इस हार के साथ एक शर्मनाक रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। श्रीलंका विश्व कप इतिहास में सबसे ज्यादा मैच हारने के मामले में संयुक्त रूप से पहले स्थान पर पहुंच गई। उसने जिम्बाब्वे की बराबरी कर ली। श्रीलंका और जिम्बाब्वे ने 42-42 मैच हारे हैं। इस मामले में दूसरे स्थान पर वेस्टइंडीज (35 हार) और तीसरे नंबर पर इंग्लैंड (34 हार) है।

ऑस्ट्रेलिया के लिए मैच में दो बल्लेबाजों ने अर्धशतकीय पारियां खेलीं। जोश इंगलिश ने सबसे ज्यादा 58 रन बनाए। मिचेल मार्श ने 52 रन की पारी खेली। मार्शन लाबुशेन ने 40 रन बनाए और इंगलिश के साथ चौथे विकेट के लिए 77 रन की साझेदारी कर टीम को जीत के करीब पहुंचाया। ग्लेन मैक्सवेल 31 और मार्कस स्टोइनिस 20 रन बनाकर नाबाद रहे। डेविड वॉर्नर 11 रन बनाकर आउट हुए। स्टीव स्मिथ अपना खाता नहीं खोल पाए।
ग्लेन मैक्सवेल ने अपनी 21 गेंद की पारी में चार चौके और दो छक्के लगाए। उन्होंने भारत में अपने 50 छक्के भी पूरे कर लिए। वह भारतीय जमीन पर तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे और टी20) में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले विदेशी बल्लेबाज हैं। मैक्सवेल के भारतीय मैदानों पर तीनों फॉर्मेट में कुल 51 छक्के हो गए। इस मामले में उन्होंने वेस्टइंडीज के कीरोन पोलार्ड का रिकॉर्ड तोड़ दिया। पोलार्ड के नाम 49 छक्के हैं। अफगानिस्तान के पूर्व कप्तान असगर अफगान और दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान एबी डिविलियर्स ने 48-48 छक्के लगाए हैं।
श्रीलंका के लिए दिलशान मदुशंका ने तीन विकेट लिए। दुनिथ वेलालगे को एक सफलता मिली। मदुशंका ने डेविड वॉर्नर, स्टीव स्मिथ और मार्नश लाबुशेन को आउट किया, लेकिन दूसरे छोर पर किसी अन्य गेंदबाजों ने उनका साथ नहीं दिया। मदुशंका ने नौ ओवर में 38 रन देकर तीन विकेट लिए। अन्य गेंदबाजों की बात करें तो शेष सभी ने 26.2 ओवर में 177 रन लुटाए और सिर्फ एक ही विकेट ले पाए। मदुशंका ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी के मामले में दूसरे श्रीलंकाई हैं। उनसे बेहतर कंगारू टीम के खिलाफ चामिंडा वास ने किया था। उन्होंने 2003 में 34 रन देकर तीन विकेट झटके थे। इससे पहले लंकाई टीम अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा पाई। कुसल परेरा और पथुम निसांका ने पहले विकेट के लिए 125 रन की साझेदारी कर श्रीलंका को मजबूत शुरुआत दिलाई। निसांका 61 रन बनाकर आउट हुए। उनके बाद कुसल मेंडिस 78 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। दोनों के आउट होने के बाद लंकाई टीम लड़खड़ा गई और 209 रन पर सिमट गई।
तीन बल्लेबाज ही दहाई का आंकड़ा छू पाए निसांका और मेंडिस के अलावा सिर्फ चरित असलंका ही दहाई का आंकड़ा छू पाए। उन्होंने 25 रन बनाए। दासुन शनाका के बाहर होने के बाद कप्तानी कर रहे कुसल मेंडिस नौ रन ही बना सके। पाकिस्तान के खिलाफ शतक लगाने वाले सदीरा समरविक्रमा आठ रन पर आउट हो गए। धनंजय डी सिल्वा सात और लहिरू कुमारा चार बनाकर आउट हुए। चमिका करुणारत्ने और दुनिथ वेलालगे दो-दो रन ही बना पाए। महीष तीक्ष्णा खाता नहीं खोल पाए। वहीं, दिलशान मदुशंका खाता खोले बगैर नाबाद रहे। ऑस्ट्रेलिया के लिए लेग स्पिनर एडम जम्पा ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए। मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस को दो-दो सफलता मिली। ग्लेन मैक्सवेल ने एक विकेट लिया।

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