खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिए चलेगा अभियान, 4 टीमें गठित
चूरू जिले में त्योहारी सीजन शुरू होने के साथ ही मिलावटी खाद्य पदार्थों सप्लाई व बिक्री को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है। सीएमएचओ डॉ. मनोज शर्मा ने बताया कि जिले में मिलावटी खाद्य पदार्थ की रोकथाम को लेकर पूरे जिले में विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए चार टीमों का गठन किया गया है। टीम दुकानों से खाद्य पदार्थों के सेंपल लेगी और फिर उन्हें जांच के लिए भेजा जाएगा। जांच रिपोर्ट में सैंपल के अमानक पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फूड इंस्पेक्टर फूल सिंह बाजिया ने बताया कि इसके साथ ही जिले में खाद्य रजिस्ट्रेशन व लाइसेंस शिविर लगाकर खाद्य व्यापारियों को मौके पर ही लाइसेंस भी दिए जा रहे हैं।
सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने बताया कि गठित टीम पहले सालासर मेले के अंतिम पांच दिन वहां पर जांच करेगी। सालासर मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते है। ऐसे में वहां पर मिलावटी खाद्य पदार्थ की सप्लाई व बिक्री से इनकार नहीं किया जा सकता है। सालासर में इसकी रोकथाम को लेकर टीम पांच दिन वहीं पर सक्रिय रहेगी। उसके बाद टीमें पूरे जिले में सैंपल जांच करेगी। दीपावली तक सभी टीमें पूरी तरह सक्रिय रहेगी। जिले में मिलावटी खाद्य पदार्थ की सप्लाई व बिक्री पर प्रभावित अंकुश लगाने का प्रयास किया जाएगा।
नौ महीने में लिए गए 614 सैंपल में से 94 पाए गए फेल : जिले में बीते नौ महीने में खाद्य सुरक्षा टीम द्वारा मिलावटी खाद्य पदार्थ की रोकथाम को 614 सैंपल लिए गए थे। इसमें 102 फेल पाए गए। एडीएम कोर्ट ने 17 अमानक मामलों में 7.95 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया था। ज्यादा से ज्यादा सैंपल लिए जाने को लेकर जिले में अप्रैल से चार एफएसओ भी लगाए गए हैं। पहले जनवरी से मार्च तक दो ही एफएसओ लगे हुए थे।
फूड इंस्पेक्टर फूलचंद बाजिया के अनुसार सालासर में टीम के साथ चल प्रयोगशाला भी साथ ही रहेगी। इससे टीम सेंपल लेने के साथ ही चल प्रयोगशाला में उसकी जांच हो जाएगी। इससे प्रथम दृष्टया ही मिलावट का पता चल जाएगा। आमजन के अनुसार त्योहार के समय मिलावट की आशंका ज्यादा रहती है। इस सीजन में घी, मावा, दूध सहित सभी प्रकार की सामग्री की डिमांड ज्यादा रहती है। ऐसे में मिलावटी खाद्य पदार्थ के आने की संभावना ज्यादा रहती है।