1.5 करोड़ से तहसील कॉम्प्लेक्स को दुरुस्त कराएगा एमडीडीए
राजधानी का सदर तहसील कॉम्प्लेक्स गंदगी और अव्यवस्थाओं से जूझ रहा है। आलम यह है कि यहां आने वाले लोगों को परेशानियों और दुर्गंध से जूझना पड़ रहा है। एमडीडीए ने इसका संज्ञान लेते हुए डेढ़ करोड़ से काॅम्प्लेक्स की सफाई व मरम्मत का फैसला लिया है। प्राधिकरण सचिव मोहन सिंह बर्निया के मुताबिक आखिरी बार एमडीडीए साफ-सफाई व मरम्मत कराकर इसे हुडा को सौंप देगा। इसके बाद बिल्डिंग की देखरेख व मरम्मत का जिम्मा हुडा का होगा। गौरतलब हो कि राजीव गांधी तहसील काॅम्प्लेक्स बदहाली से जूझ रहा है। विभागों की खींचतान के बीच इस बिल्डिंग में स्वच्छता के प्रयास दम तोड़ रहे हैं। सीढ़ियों से लेकर काॅम्प्लेक्स का प्रत्येक कोना कूड़े से अटा है। कई महीनों से यहां सार्वजनिक तौर पर सफाई ही नहीं हुई। दुकानदार बताते हैं कि नगर निगम, एमडीडीए और जिला प्रशासन सभी यहां पर स्वच्छता इंतजामों को लेकर पल्ला झाड़ते हैं। एमडीडीए के अनुसार उसे बिल्डिंग बनाकर देना था और रख-रखाव दुकानदारों को खुद करना था। जब यह व्यवस्था नहीं बन पाई तो शासन स्तर पर यह तय किया गया कि एमडीडीए इसकी पुन: मरम्मत कराकर देगा। इसके बाद हुडा पूरी जिम्मेदारी संभालेगा। एमडीडीए के सचिव मोहन सिंह बर्निया कहते हैं कि एमडीडीए एक बार फिर से इसकी मरम्मत और सफाई कराने को तैयार है। इसके लिए करीब डेढ़ करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है। इसके बाद एमडीडीए कोई मरम्मत नहीं कराएगा। आगे की पूरी जिम्मेदारी हुडा की होगी। यहां पर आम लोगों की सुविधा के लिए लगी लिफ्ट नहीं चलती है। सभी मंजिलों पर लगी लिफ्ट के बटन लोगों ने तोड़ दिए हैं। एमडीडीए के अनुसार सभी लिफ्ट ठीक कराई जाएंगी। इसके बाद देखरेख स्थानीय लोगों को करनी होगी।