3 साल से मुआवजे को भटक दर्जनों परिवार,आखिर कबउ सुनेगी उत्तराखंड सरकार
सुगम यातायात के लिए अपनी जमीन देने वाले परिवार तीन सालों से मुआवजे के लिए भटक रहे हैं। हाईवे चौड़ीकरण का काम शुरू हुए दो साल बीत चुके हैं, लेकिन तीन दर्जन से अधिक परिवारों को मुआवजे का भुगतान नहीं हुआ। तीन साल पहले भवाली-अल्मोड़ा हाईवे पर काकड़ीघाट से क्वारब तक 10 किमी के चौड़ीकरण का कार्य शुरू हुआ था।
एनएचएआई ने 34 परिवारों की भूमि का अधिग्रहण किया था। नियमानुसार जमीन की रजिस्ट्री होते ही लोगों को मुआवजा राशि के चेक मिलने चाहिए थे, लेकिन सुयालखेत, गंगरकोट, क्वारब, नैनीपुल गांवों के लोगों को अब तक मुआवजा नहीं मिल पाया है। विभाग का कहना है कि ग्रामीणों ने पूरे कागज जमा नहीं किए।
वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि जब कागज पूरे नहीं थे तो रजिस्ट्री कैसे विभाग के नाम हो गई। स्थानीय ग्रामीण हीरा सिंह, नवीन सिंह, लीला देवी, किशन सिंह, लीला जीना का कहना है कि विभाग ने मुआवजा राशि देने की बात कहते हुए पहले ही उनसे रजिस्ट्री के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवा लिए। आज तक मुआवजा राशि नहीं मिल पाई है।