ग्राम पंचायतों की भूमि पर बनेंगे 200 आंगनबाड़ी केंद्र, मनरेगा से खर्च होंगे इतने रुपये
जिले में ग्राम पंचायतों की भूमि और प्राथमिक विद्यालयों में 200 आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण (Anganwadi centers) किया जाएगा। बाल विकास विभाग ने इसके लिए भूमि का चयन कर लिया है। वहीं, अन्य 300 नए आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण के लिए जर्जर पड़े सरकारी स्कूलों के भवन को देखा जा रहा है। इसके लिए बाल विकास शासन को प्रस्ताव भेजेगा। भारत सरकार ने राज्य सरकार से आंगनबाड़ी केंद्र बनाने का प्रस्ताव मांगा था। कुमाऊं के सभी जिलों में से यूएस नगर ने सबसे अधिक 500 आंगनबाड़ी केंद्र बनाने का प्रस्ताव भेजा था। भारत सरकार से प्रस्ताव पर स्वीकृति मिल गई है। एक आंगनबाड़ी केंद्र बनाने के लिए सरकार की ओर से 12 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। यूएस नगर में ही 500 आंगनबाड़ी केंद्र बनाने के लिए 60 करोड़ रुपये खर्च होंगे। जिले में 2387 में से 1169 आंगनबाड़ी केंद्र किराये के भवनों में संचालित हैं। अगर 500 आंगनबाड़ी केंद्र बन जाएंगे तो बच्चों को किराये के भवनों से छुटकारा मिल जाएगा। जिला कार्यक्रम अधिकारी उदय प्रताप सिंह ने बताया कि जिले के 200 आंगनबाड़ी केंद्र प्राथमिक विद्यालय परिसर की भूमि और ग्राम पंचायतों की भूमि पर बनाए जाएंगे। वहीं, अन्य 300 आंगनबाड़ी केंद्र के लिए भूमि की तलाश की जा रही है।
मनरेगा से खर्च होंगे आठ लाख रुपये
डीपीओ उदय प्रताप ने बताया कि एक आंगनबाड़ी केंद्र के निर्माण के लिए मनरेगा से आठ लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। वहीं, राज्य और केंद्र सरकार की ओर से दो-दो लाख रुपये का बजट आंगनबाड़ी केंद्र के निर्माण के लिए दिया जा रहा है। पहले चरण में 200 आंगनबाड़ी केंद्र के लिए 24 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।