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दो बाघों के हमलों में वनकर्मी समेत दो घायल

रामनगर (नैनीताल)। मोहान क्षेत्र में सड़क निर्माण का कार्य कर रहे श्रमिक पर सोमवार तड़के बाघ ने हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल श्रमिक का रामनगर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं मौके पर वन कर्मियों ने गश्त को तेज कर दिया।

ऊधमसिंह नगर के नानकमत्ता निवासी 53 वर्षीय हरलाल सिंह पुत्र श्रीकृष्ण सितारगंज की एक कंपनी में कार्यरत है। वर्तमान में यह कंपनी मोहान क्षेत्र में सड़क निर्माण करा रही है। बताया जाता है कि हरलाल सिंह सड़क किनारे कुटिया बनाकर परिवार के साथ रह रहा है। वह पास में ही एक अन्य व्यक्ति के साथ नल पर पानी भरने गया था। तभी अचानक बाघ ने उस पर हमला बोल दिया। उनके शोर मचाने पर बाघ भाग गया।

राखी ने बताया कि बाघ ने उसके चाचा के सिर और कंधे पर पंजा मारा, जिससे वह घायल हो गए। सूचना पर वन कर्मियों ने धायल श्रमिक को रामनगर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका उपचार चल रहा है।

कोट
घायल श्रमिक का अस्पताल में उपचार चल रहा है, अब उसकी हालत खतरे से बाहर है। घटनास्थल के आसपास वन कर्मियों ने गश्त शुरू कर दी है। हमलावर बाघ की गतिविधियों के लिए कैमरा टैप लगाए जा रहे हैं। इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों से अकेले में बाहर नहीं निकलने की अपील की है। – पूनम कैंथोला, एसडीओ, वन प्रभाग रामनगर

कालाढूंगी में वनकर्मी पर बाघ ने किया हमला
कालाढूंगी। रामनगर वन प्रभाग के कालाढूंगी रेंज में सोमवार को गश्त के दौरान एक वन रक्षक पर बाघ ने हमला कर दिया। घायल को उसके साथी सीएचसी कालाढूंगी लेकर पहुंचे जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उसे एसटीएच हल्द्वानी रेफर कर दिया।
कालाढूंगी रेंज की धापला निहाल तराई भाबर बीट में तैनात वन दरोगा प्रकाश भट्ट वन रक्षक अंकित कुमार और आउटसोर्स कर्मी नंदन मेहरा के साथ गश्त पर थे। तभी धापला मार्ग पर कालाढूंगी नगर क्षेत्र से कुछ ही दूरी पर अचानक बाघ ने वन रक्षक अंकित कुमार पर हमला कर दिया।
साथियों ने शोर मचाया तो बाघ पास ही झाडियों में छुप गया। अंकित कुमार की पीठ पर बाघ के नाखून लगने से खून बहने लगा। वन दरोगा प्रकाश भट्ट घायल अंकित को अस्पताल ला रहे थे तभी फिर से बाघ ने हमला करने का प्रयास किया जिस पर तीनों ने भागकर अपनी जान बचाई। इसके बाद घायल अंकित का सीएचसी में उपचार कर चिकित्सकों ने उसे हल्द्वानी रेफर कर दिया।

घायल वनकर्मी का सीएचसी कालाढूंंगी में उपचार किया गया। इसके बाद चिकित्सकों ने उसे हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर कर दिया है जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है। – किरण शाह, एसडीओ, फतेहपुर रेंज कालाढूंगी

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