रुद्रप्रयाग शहर में मिलेगी जाम से निजात, तेजी से चल रहा बाईपास के निर्माण का काम
रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग शहर को जाम की समस्या से निजात दिलाने और यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए रुद्रप्रयाग बाईपास का निर्माण तेजी से चल रहा है। परियोजना के दूसरे चरण में बनाई जा रही 900 मीटर लंबी सुरंग आर-पार हो गई है। उम्मीद है कि दो माह के भीतर सुरंग का निर्माण पूरा हो जाएगा, जिसके बाद यहां वाहन दौड़ने लगेंगे।
इसके अलावा बाईपास पर मोटर पुल के लिए बेसमेंट का निर्माण कार्य भी पूरा हो गया है। बाईपास से चारधाम यात्रा समेत चमोली और रुद्रप्रयाग जनपद के निवासियों को भी लाभ मिलेगा। वर्ष 2003-2004 में रुद्रप्रयाग शहर की भौगोलिक परिस्थिति और जनता की मांग पर बाईपास के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई थी।
बाईपास के निर्माण का कार्य दो चरण में पूरा होना है। प्रथम चरण में गुलाबराय से जवाड़ी होते हुए गौरीकुंड हाईवे पर बाईपास को जोड़ा जा चुका है। दूसरे चरण में गौरीकुंड हाईवे पर लोनिवि रुद्रप्रयाग खंड कार्यालय के पास से रुद्रप्रयाग चोपता-पोखरी मोटर मार्ग पर बेलणी के निकट तक 900.30 मीटर लंबी सुरंग का निर्माण हो रहा है, जिसे अलकनंदा नदी पर 190 मीटर लंबे पुल का निर्माण कर बदरीनाथ हाईवे से जुड़ना है।
156 करोड़ की लागत वाले दूसरे चरण के निर्माण को स्वीकृति वर्ष 2021 में मिल गई थी, लेकिन बजट स्वीकृत न होने से कार्य लटक गया था। लंबे इंतजार के बाद दिसंबर 2022 में बजट स्वीकृत हुआ, तब जाकर नेशनल हाईवे लोनिवि ने दूसरे चरण का निर्माण कार्य शुरू किया। जिसके बाद से सुरंग और पुल का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है।
नेशनल हाईवे लोनिवि रुद्रप्रयाग के सहायक अभियंता प्रमोद नेगी ने बताया कि वर्ष 2025 तक निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। रुद्रप्रयाग बाईपास का निर्माण पूरा होने के बाद केदारनाथ से बद्रीनाथ धाम जाने वाले तीर्थयात्री रुद्रप्रयाग शहर में प्रवेश किए बिना बाईपास होते हुए सीधे बदरीनाथ हाईवे जा सकेंगे। इसी तरह बद्रीनाथ से दर्शन कर लौटने वाले तीर्थयात्री बाईपास से सीधे ऋषिकेश के लिए रवाना होंगे।