इंदिरा मार्केट री-डेवलपमेंट कार्य का विधायक राजपुर रोड खजान को निरीक्षण करना था। तीन दिन पहले सभी जिम्मेदार अफसरों को भी इसकी सूचना दे दी गई। लेकिन, शुक्रवार को जब विधायक पहुंचे तो वहां कोई अफसर नहीं था। ऐसे में विधायक बिफर पड़े। उन्होंने न सिर्फ अफसरों पके इस रवैये पर नाराजगी जताई बल्कि कार्यदायी संस्था पर भी भड़क गए। एक साल बाद भी यहां नींव तो दूर खोदाई तक नहीं हुई है। उन्होंने इसकी शिकायत मंत्री और मुख्यमंत्री से करने की बात कही। विधायक को निरीक्षण करना था इसके लिए उन्होंने बुधवार को एमडीडीए के सभी अफसरान को सूचना फोन पर दे दी थी। इसके साथ लिखित रूप से भी उन्हें पत्र जारी किया गया था। मगर, यहां अफसर तो दूर कोई जिम्मेदार बाबू भी नहीं पहुंचा। यह सब देखकर विधायक को निरीक्षण को स्थगित करना पड़ा। विधायक यहां कार्य की प्रगति देखकर अफसरों और कार्यदायी संस्था भड़क गए। उन्होंने कहा कि इस रवैये से इतना ही कहा जा सकता है कि इस काम को संस्था की न तो करने की इच्छा है और ही निगरानी करने में एमडीडीए ही कोई रूचि दिखा रहा है। उन्होंने भविष्य में अफसरों को रवैया सुधारने की चेतावनी भी दी।
इसके साथ ही वह पूर्व की कांग्रेस सरकार भी बिफर पड़े। कहा कि कांग्रेस सरकार ने कंपनी को कौड़ियों के दाम यह जमीन किसी घोटाले के उद्देश्य से दी थी। यही कारण था कि यहां पर किसी ने भी इसका दौरा नहीं किया। यहां कोई काम ही नहीं किया गया। विधायक खजान दास ने कहा कि वह जल्द ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और शहरी विकास मंत्री से यहां की स्थिति को बताएंगे। कहा, जनता के संसाधनों और अधिकारों पर किसी को डाका नहीं डालने दिया जाएगा। वह जनता के हितों की रक्षा में किसी भी रूप में पीछे नहीं हटेंगे।