मैं टीम के साथ रहूंगा…’, विश्व कप से बाहर होने के बाद हार्दिक पांड्या ने कही यह बात, जानें
भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच से पहले बड़ा झटका लगा। स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या बाकी बचे टूर्नामेंट से बाहर हो गए। उन्हें टखने में चोट लगी थी। हालांकि, बाहर होने के बाद उनका बयान सामने आया है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर विश्व कप से बाहर होने पर दुख जताया है। हार्दिक ने कहा है कि वह टीम के साथ ही रहेंगे और चीयर करते रहेंगे। भारत को फिलहाल लीग राउंड में दो और मैच खेलने हैं। भारतीय टीम सेमीफाइनल में भी पहुंच चुकी है। हार्दिक ने लिखा- इस तथ्य को पचाना कठिन है कि मैं विश्व कप के बाकी बचे हिस्से में नहीं खेल पाऊंगा। मैं पूरी भावना के साथ टीम के साथ रहूंगा और हर खेल की हर गेंद पर उनका उत्साहवर्धन करूंगा। सभी की शुभकामनाओं, प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद। यह अविश्वसनीय है। यह टीम स्पेशल है और मुझे यकीन है कि हम सभी को गौरवान्वित करेंगे। आप सभी को प्यार। दरअसल, बांग्लादेश के खिलाफ मैच के दौरान हार्दिक ने लिटन दास के शॉट को दाएं पैर से रोकने की कोशिश की थी। इस दौरान उन्होंने अपना संतुलन खो दिया था और बाएं पैर पर गलत तरीके से गिर कर गए थे। इसके बाद मैदान से उठते वक्त वह काफी दर्द में दिख रहे थे और लंगड़ा कर चल रहे थे। जल्द ही फीजियो को मैदान पर बुलाया गया। इस दौरान दो सीनियर खिलाड़ी विराट कोहली और कप्तान रोहित शर्मा भी उनके साथ थे। फीजियो के आने के बाद करीब पांच मिनट तक मैच रुका रहा।
फीजियो ने हार्दिक के बाएं पैर में पट्टी लगाया और पेन किलर स्प्रे भी किया, लेकिन उससे राहत नहीं मिली। हार्दिक ने उठकर फिर से गेंदबाजी करने की कोशिश की, लेकिन उनसे नहीं हो पाया। ऐसे में रोहित ने बिना किसी देरी के और रिस्क न लेते हुए हार्दिक को फीजियो के साथ मैदान के बाहर भेज दिया। तब तक हार्दिक ने अपने पहले ओवर की तीन गेंद फेंकी थी। बाकी की तीन गेंद विराट कोहली ने फेंकी। उन्होंने छह साल बाद वनडे में गेंदबाजी की। 30 साल के हार्दिक के इस विश्व कप में प्रदर्शन की बात करें, तो उन्होंने चार मैचों में पांच विकेट झटके हैं। इस दौरान उनका इकोनॉमी रेट 6.84 का रहा है। 34 रन देकर 2 विकेट सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। वहीं, बल्लेबाजी में उन्हें सिर्फ एक ही बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौका मिला था। उस मैच में वह 11 रन बनाकर नाबाद रहे थे