हारे तो चैंपियंस ट्रॉफी भी चूकेंगे! जानें इंग्लैंड के लिए भी क्यों है यह ‘करो या मरो’ का मुकाबला
वर्ल्ड कप 2023 में इंग्लैंड का प्रदर्शन बेहद ही खराब रहा है. हालत यह है कि यह टीम पॉइंट्स टेबल में सबसे आखिरी पायदान पर काबिज है. इंग्लैंड को इस टूर्नामेंट में अब तक हुए सात मैचों में महज एक मुकाबले में जीत हासिल हुई है. बाकी सभी छह मैच उसने एकतरफा अंदाज में गंवाए है. इस खराब प्रदर्शन के कारण वह सेमीफाइनल की रेस से तो पहले ही बाहर हो चुकी है लेकिन अब उसके चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के क्वालिफिकेशन पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं.
दरअसल, वर्ल्ड कप 2023 की टॉप-7 टीमों को सीधे चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का टिकट मिलना है. पाकिस्तान में यह टूर्नामेंट होना है. ऐसे में उसका क्वालिफिकेशन पहले से ही तय है. यानी इसी वर्ल्ड कप से चैंपियंस ट्रॉफी के लिए सभी आठ टीमें तय होनी है. ऐसे में इंग्लैंड को चैंपियंस ट्रॉफी में क्वालिफाई करने के लिए पॉइंट्स टेबल में कम से कम आठवें पायदान पर रहना जरूरी होगा. फिलहाल, इंग्लिश टीम के लिए यह स्थान हासिल करना भी किसी चुनौती से कम नहीं है.
इंग्लैंड को दोनों मैचों में जीत जरूरी
इंग्लैंड टीम के अब महज दो मुकाबले बाकी है. अगर वह इन दोनों मुकाबलों को अच्छे अंतर से जीत लेती है तो उसकी चैंपियंस ट्रॉफी बर्थ पक्की हो जाएगी लेकिन अगर वह करीबी अंतर से यह मुकाबले जीतती है तो उसे दुआ करनी होगी कि बांग्लादेश, श्रीलंका और नीदरलैंड्स में से कोई दो टीमें या तो अपना आखिरी मुकाबले हार जाए या जीतने की स्थिति में उनका नेट रन रेट इंग्लैंड से कम हो.
आज हारे तो चैंपियंस ट्रॉफी खेलना बेहद मुश्किल
वहीं, अगर इंग्लैंड अपने इन आखिरी बचे दो मैचों में से एक भी हार जाती है तो उसके लिए चैंपियंस ट्रॉफी का क्वालिफिकेशन बेहद मुश्किल हो जाएगा. खासकर अगर वह नीदरलैंड्स से आज होने वाला मुकाबला गंवा देती है तो उसके लिए संकट की स्थिति खड़ी हो जाएगी. ऐसी स्थिति में उसे बांग्लादेश, श्रीलंका दोनों टीमों के आखिरी मैचों में हारने की दुआ करनी होगी. इसके साथ उसे यह भी दुआ करनी होगी कि इन दोनों टीमों का नेट रन रेट उससे कम रहे. कुल मिलाकर इंग्लैंड के लिए आज के मैच में जीत बेहद जरूरी है. आज हारने से उसके चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में एंट्री की संभावना लगभग खत्म हो जाएगी