डाक मतपत्र गिनने की फैली अफवाह, तहसीलदार निलंबित
मध्य प्रदेश के बालाघाट में सोमवार को मतगणना के पहले डाक मतपत्रों को गिनने संबंधी एक वीडियो इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हुआ। सूचना मिलने पर कांग्रेसी मौके पर पहुंचे। कलेक्टर और रिटर्निंग आफिसर (आरओ) को भी इसकी सूचना दी गई। प्रशासन ने इसे अफवाह बताया है। अलबत्ता प्रक्रियागत गलती सामने आने पर मत पत्रों के नोडल अधिकारी तहसीलदार लालबर्रा हिम्मत सिंह भवेड़ी को निलंबित कर दिया गया है।प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि डाक मतपत्र रखने का कार्य किया जा रहा था। डाक मतपत्र आने पर उनके 50-50 के बंडल बनाकर उन्हें सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रखा जाता है। इस दौरान किसी ने अफवाह फैला दी कि डाक मतपत्रों की गिनती की जा रही है।इसका एक वीडियो भी प्रसारित हो गया। निर्वाचन आयोग ने माना त्रुटि हुई निर्वाचन आयोग के अनुसार प्रारंभिक जांच में प्रक्रियात्मक त्रुटि पाई गई, जिसके आधार पर डाक मत पत्रों के नोडल अधिकारी तहसीलदार लालबर्रा हिम्मत सिंह भवेड़ी को निलंबित कर दिया गया है।मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने पूरे मामले में कलेक्टर से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया इसमें किसी गड़बड़ी की आशंका नहीं है, केवल प्रक्रियात्मक त्रुटि पाई गई है। डाक मत पत्रों को विधानसभा क्षेत्रवार अलग-अलग करने के संबंध में भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों को सूचना दी गई थी।जब यह काम चल रहा था तब कांग्रेस के निराला सिंह बघेल और विनय दसेरिया वहां उपस्थित रहे लेकिन भ्रम यह फैल गया कि मत पत्रों की गिनती की जा रही है। बालाघाट जिले में आने वाली बैहर विधानसभा सीट के लिए 429, लांजी में 553, परसवाड़ा में 452, बालाघाट में 1,308, वारासिवनी में 391 और कटंगी विधानसभा सीट के 126 डाक मत पत्र निकले। जिन्हें अलग-अलग झोले में रखकर फिर सीलबंद कर दिया गया। मतों को खोला नहीं गया है और न ही गिनती की गई है।