ऋषिकेश से 46 किलोमीटर दूर कोटली भेल ट्रैक का दीदार करने के लिए रेड राइडर साइकिलिंग समूह के 10 सदस्य पहुंचे। सदस्यों ने 16 किमी लंबे कोटली भेल ट्रैक की सुंदरता के साथ भी भविष्य में सिमालू से नांद गांव तक बनाए गए ट्रैक पर ट्रैकिंग करने की योजना बनाई।
रेड राइडर साइकिलिंग के सदस्य देवेंद्र राजपूत ने बताया कि पौड़ी के द्वारीखाल ब्लॉक में ऋषिकेश बदरीनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर कोटली भेल की पहाड़ी को उत्तरकाशी की गरतांग गली की तर्ज पर विकसित करने की जानकारी मिली थी। इसके बाद समूह के सदस्यों ने कोटली भेल ट्रैक का दीदार करने की योजना बनाई। रविवार को समूह के सदस्य वाहनों से ऋषिकेश बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर 41 किलोमीटर दूर महादेवचट्टी धार तक पहुंचे। वहां करीब पांच किलोमीटर ट्रैकिंग कर कोटली भेल ट्रैक पहुंचे।
उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी पौड़ी डॉ. आशीष चौहान की कोशिश से ऋषिकेश के नजदीक नया ट्रैक बन पाया है। कोटली ट्रैक का प्रचार-प्रसार करने के लिए वह देश के अन्य साइकिलिंग ग्रुपों से भी संपर्क करेंगे। जिससे देश के अन्य साइकिलिंग ग्रुपों को ऋषिकेश के नजदीक ट्रैक मिल सके। बताया कि ट्रैक के आसपास प्राकृतिक सुंदरता भी है। कोटली भेल ट्रैक के पास रामपाटी वाटर फाल भी है। ट्रैकिंग पर जाने वालों में डॉ. अपूर्व त्रिवेदी, डॉ. नीति गुप्ता, नीरज शर्मा, विपिन शर्मा, राजेश सूद, विक्रम, माधव सूद, डॉ. विजय, और डॉ. आनंद शामिल रहे।