क्रेनियोफेशियल सर्जरी पर सम्मेलन आयोजित
एम्स में क्रेनियोफेशियल सर्जरी विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें देश-विदेश के विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को क्रेनियोफेशियल सर्जरी से जुड़ी अहम जानकारियों से अवगत कराया और अपने अनुभव साझा किए। प्लास्टिक चिकित्सा विभाग की अपर आचार्य डॉ. मधुभरी वाथुल्या ने क्रेनियोफेशियल विकृति कोर्स का नेतृत्व किया और इससे संबंधित जानकारियां प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि यह शल्य चिकित्सा उन बच्चों में की जाती है, जिनके सिर व चेहरे की हड्डी असामान्य होती हैं। इसलिए असामान्य हड्डी को सर्जरी के माध्यम से ठीक किया जाता है। प्लास्टिक सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रो. विशाल मागो ने कहा कि एम्स ऋषिकेश में यह सर्जरी वर्ष 2017 से की जा रही है। अब तक सैकड़ों मरीजों को इसका लाभ मिला है। सम्मेलन में नीदरलैंड के मास्ट्रिच से प्रो. पीटर केसलर व डॉ. टिममेर, मुंबई से प्रो. नितिन मोकल, पंचकूला से प्रो. रमेश कुमार शर्मा, नई दिल्ली से डॉ. सुनील चौधरी, सफदरजंग हॉस्पिटल से प्रो. राकेश कैन व सीमा डेंटल कॉलेज से डॉ. तरुण शर्मा ने अपने अनुभव साझा किए। इस मौके पर डीन (रिसर्च) एसएस हांडू, एमएस प्रो. आरबी कालिया, डॉ. देबरती चट्टोपाध्याय, डॉ. अक्षय कपूर, डॉ. नीरज, प्रो. संजय साधु, डॉ. तरुण जैन आदि मौजूद रहे।