देहरादून एयरपोर्ट के फेज-टू का निर्माण कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है। वर्तमान में फेज-टू में फिनिशिंग और मशीनों की टेस्टिंग का कार्य किया जा रहा है। जिसके बाद डीजीसीए से अनुमति मिलने पर फेज-टू टर्मिनल को हवाई यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा।
टर्मिनल फेज-टू का कार्य पूरा होने के बाद इसमें लगाई गई दो कन्वेयर बेल्ट और क्राउजर की टेस्टिंग का कार्य शुरू कर दिया गया है। इन दोनों कन्वेयर बेल्टों में प्लास्टिक केन और बैग में रेत आदि भरकर कन्वेयर बेल्ट को घूमाकर इसकी टेस्टिंग की जा रही है। फेज-टू में कुल दो कन्वेयर बेल्ट लगाई जा रही हैं। जबकि फेज-वन में भी दो कन्वेयर बेल्ट पहले से कार्य कर रही हैं।
फेज-वन को प्रस्थान (डिपार्चर) और फेज टू को आगमन (एराइवल) के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। कन्वेयर बेल्ट और दूसरी मशीनों की टेस्टिंग के बाद डीजीसीए की टीम द्वारा फेज-टू का निरीक्षण किया जाएगा। डीजीसीए की मंजूरी के बाद फेज-टू को हवाई यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा। जिससे नए टर्मिनल की हवाई यात्रियों की क्षमता दस गुना हो जाएगी।
करीब दो साल पहले लगभग 460 करोड़ की लागत से नए टर्मिनल बनाने के लिए कार्य शुरू किया गया था। आठ अक्तूबर 2021 को फेज-वन का कार्य पूरा होने के बाद इसे हवाई यात्रियों के लिए खोल दिया गया था। फेज वन में कुल जगह 28729 हजार वर्ग मीटर है। फेज टू जुड़ने के बाद कुल जगह 42776 हजार वर्ग मीटर हो जाएगी। वहीं यात्री क्षमता बढ़कर 36.50 लाख यात्री प्रतिवर्ष हो जाएगी।
फेज-वन में वर्तमान टर्मिनल संचालित किया जा रहा है। फेज-टू का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। जिससे एयरपोर्ट काफी खूबसूरत और बड़ा दिखाई दे रहा है। जल्द ही फेज-टू को हवाई यात्रियों के लिए खोला जाएगा। -प्रभाकर मिश्रा, एयरपोर्ट निदेशक, देहरादून