मसूरी में पारंपरिक तरीके से मनाया गया बग्वाल पर्व
मसूरी में बग्वाल (बूढ़ी दीपावली) पारंपरिक तरीके से मनाई गई। पारंपरिक वेशभूषा में लोगों ने ढोल-दमाऊ के साथ रासो, तांदी और जैंता नृत्य कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल और पर्यटक भी ढोल-दमाऊ की थाप पर जमकर थिरके।
कैंपटी रोड जीरो प्वाइंंट के निकट अगलाड़-यमुना घाटी विकास मंच की ओर से बग्वाल का आयोजन किया गया। मसूरी में रहने वाले रवांई, जौनपुर और जौनसार के लोगों ने पर्व मनाया। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने पारंपरिक वाद्य यंत्रों की थाप पर नृत्य कर लोगों को बग्वाल की शुभकामनाएं दी। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि लोक संस्कृति को जीवंत रखने के लिए रवांई-जौनपुर और जौनसार का बड़ा योगदान है। कहा युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति और जड़ों से हमेशा जुड़ा रहना चाहिए। सबसे पहले डिमसा पूजन, होल्डे दहन किया गया। होलियात नृत्य, सराय नृत्य, भीरुड़ी अखरोट वितरण, रस्साकशी का आयोजन हुआ। लोक नृत्य देखने के लिए काफी पर्यटक भी पहुंचे।
विकास मंच के अध्यक्ष शूरवीर सिंह रावत ने कहा कि युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति से जोड़ों रखने के लिए मंच की ओर से हर साल आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, राजेन्द्र रावत टकारना, गोकुल नौटियाल, प्रकाश राणा, सूरत सिंह रावत, बलदेव सिंह, रमेश खंडूरी, रणवीर कंडारी, दिनेश पंवार, आशुतोष कोठारी, आशीष जोशी, वीरेन्द्र राणा, मनोज गौड़, नरेश नौटियाल, गोविंद नौटियाल और वीरेंद्र थापली आदि मौजूद रहे।