कर्नाटक को हराकर फाइनल में पहुंचा राजस्थान, हरियाणा से होगा खिताबी मुकाबला
दीपक हुड्डा (180) के शानदार शतक की मदद से राजस्थान ने कर्नाटक को छह विकेट से हराकर विजय हजारे वनडे क्रिकेट ट्रॉफी के फाइनल में प्रवेश कर लिया। हुड्डा की 128 गेंदों की पारी में 19 चौके और पांच छक्के शामिल थे। उन्होंने करण लांबा (73 नाबाद) के साथ चौथे विकेट के लिए 255 रन की साझेदारी की। एक समय छह ओवर में राजस्थान का स्कोर तीन विकेट पर 23 रन था। राजस्थान की खिताबी टक्कर शनिवार को हरियाणा के साथ होगी। हरियाणा ने एक दिन पहले पांच बार के चैंपियन तमिलनाडु को 63 रन से हराकर पहली बार टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया था। ओपनर राम चौहान के आउट होने के बाद दूसरे ओवर में आए दीपक शुरुआत में काफी संभलकर खेले थे। उन्होंने दोहरे अंक तक पहुंचने में 23 गेंद खेली थी। लांबा के आने के बाद दीपक ने बल्लेबाजी का गियर बदल दिया।पहले आक्रामक तेवर करण ने अपनाए लेकिन उसके बाद यह जिम्मेदारी दीपक ने संभाल ली। उन्होंने 52 गेंदों में अर्धशतक पूरा किया और उसके बाद अगली 33 गेंदों में (कुल 85 गेंद) में शतक पूरा कर लिया था। इससे पहले कर्नाटक ने अभिनव मनोहर के 91 रन और मनोज के 63 रन की मदद से 8 विकेट पर 282 रन बनाए थे।
हरियाणा के कप्तान अशोक मेनारिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया। टीम के लिए हिमांशु राणा ने 116 रन की नाबाद पारी खेली। उन्होंने 118 गेंदों का सामना किया और 11 चौके और दो छक्के लगाए। उनके अलावा सलामी बल्लेबाज युवराज सिंह ने भी अर्धशतक लगाया। उन्होंने 79 गेंदों की पारी में 65 रन बनाए। युवराज ने सात चौके व एक छक्का लगाया। आखिरी ओवरों में सुमित कुमार 30 गेंद पर तेजी से 48 रन बनाए। हरियाणा ने 50 ओवर में सात विकेट पर 293 रन बनाए। तमिलनाडु के लिए तेज गेंदबाज टी नटराजन ने सर्वाधिक तीन विकेट लिए। वरुण चक्रवर्ती और साई किशोर को दो-दो विकेट मिले।
जवाब में तमिलनाडु की टीम 47.1 ओवर में 230 रन बनाकर मैच हार गई। तमिलनाडु के लिए बाबा इंद्रजीत ने सर्वाधिक 64 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में 71 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके लगाए। उनके अलावा कप्तान दिनेश कार्तिक (31 रन), नारायण जगदीशन (30 रन) और साई किशोर (29 रन) ही हरियाणा के गेंदबाजों का कुछ सामना कर पाए। हरियाणा के लिए अंशुल कंबोज ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए। राहुल तेवतिया को दो सफलता मिली।