Fri. Nov 1st, 2024

कुमाऊं कमिश्नर ने सरकारी दफ्तरों में मारा छापा, गायब मिले कर्मचारी, मचा हड़कंप

कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने सोमवार को सिटी मजिस्ट्रेट और उपजिलाधिकारी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उपजिलाधिकारी कार्यालय की पार्किंग में जमा पर्ची में अनियमितता पाए जाने पर पार्किंग स्वामी को नोटिस देने के निर्देश दिए। उपजिलाधिकारी कार्यालय में साफ-सफाई नहीं होने पर सिटी मजिस्ट्रेट एवं उपजिलाधिकारी को नियमित साफ सफाई के साथ ही डस्टबिन भी रखने के निर्देश दिए। दीपक रावत ने कहा कि साफ-सफाई की नियमित मानिटरिंग भी अधिकारियों द्वारा की जाए।

उपजिलाधिकारी कार्यालय में 143 प्रकरणों में दिनांक रहित आवेदन एवं लंबित आवेदनों के प्रकरणों की जानकारी नहीं देने पर तहसीलदार एवं आरए संजय तिवारी का स्पष्टीकरण तलब किया। दोनों कार्यालय में रात्रि गार्ड की संख्या में कम होने पर उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट को निर्देश दिए कि शीघ्र गार्डों की तैनाती की जाए। उन्होंने कहा इन कार्यालयों में आमजनमास के कार्य किए जाते है काफी संवेदनशील अभिलेख कार्यालय में रहते है। दीपक रावत ने शीघ्र इस कार्य को प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए।

कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने मंडल के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता से संबंधित कार्यों के लिए उपजिलाधिकारी एवं तहसील कार्यालयों में लंबित रजिस्टर होना अनिवार्य है कि कितने लोगों के प्रकरण पर कार्रवाई नहीं हुई तो कारण क्या था। उन्होंने कहा भविष्य में कार्यालय में लंबित प्रकरणों के लिए रजिस्टर ना मिलने पर संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

उपजिलाधिकारी कार्यालय की बायोमेट्रिक मशीन खराब होने पर उन्होंने उपजिलाधिकारी को शीघ्र बायोमेट्रिक मशीन लगाने के निर्देश दिए। साथ ही सिटी मजिस्ट्रेट, उपजिलाधिकारी एवं प्राधिकरण की उपस्थिति पंजिका के निरीक्षण के दौरान दीपक रावत ने पाया कि तीन कर्मचारियों द्वारा पंजिका में हस्तारक्षर नहीं किए गए थे। वहीं, कर्मचारी कार्यालय में उक्त अवधि में उपस्थित नहीं थे। जिस पर आयुक्त ने सिटी मजिस्ट्रेट को कर्मचारियों का स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए।  उपजिलाधिकारी कार्यालय के निरीक्षण के दौरान कुमाऊं कमिश्नर ने धारा 33/39 भू आधिपत्य की पत्रावली, 143 के प्रकरण और धारा 41 के रजिस्टर चैक किए गए। 143 के आवेदन के निरीक्षण के दौरान दीपक रावत ने पाया कि किसी भी आवेदन में दिनांक नहीं थी। वहीं, सभी आवेदन पत्रावलियां दिनांक रहित पाई गई। 143 पत्रावलियों में लंबित प्रकरणों की जानकारी के साथ ही तहसीलदार द्वारा कई मामलों में रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की गई थी, जिस पर आरए संजय तिवारी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।

मौके पर कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने तहसीलदार के साथ ही उपजिलाधिकारी कार्यालय के आरए संजय तिवारी का भी स्पष्टीकरण तलब किया और उपजिलाधिकारी को नियमित मानिटरिंग करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आम जनता के कार्यों में कोताही होने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

उपजिलाधिकारी कार्यालय मे आयुक्त के निरीक्षण के दौरान फरियादी मुन्नी देवी निवासी तिकोनियां ने आयुक्त को बताया कि बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनाने के साथ ही वह काफी दिनों से बीमारी से पीडित है जिसे एमआरआई कराने के लिए धनराशि भी नहीं है। मौके पर आयुक्त ने मुन्नी देवी के बेटे का जन्म प्रमाण बनाने के निर्देश उपजिलाधिकारी को दिए और मुन्नी देवी के एमआईआई के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी सुशीला तिवारी को दूरभाष पर शीघ्र एमआरआई कराने के निर्देश दिए। जिस पर मुन्नी देवी ने आयुक्त का धन्यवाद किया।

निरीक्षण के दौरान दीपक रावत कैंप कार्यालय के निकट सिंथियासीनियर सेकेंडरी स्कूल की बस से बच्चे उतर रहे थे। आयुक्त ने बस के अंदर देखा की बस की सभी व्यवस्थाएं सही पाई गई। वाहन में फर्स्ट एड बाक्स, फायर उपकरण एवं इमरजेंसी डोर की व्यवस्था सही पाई गई। आयुक्त ने बच्चों से इस संबंध में पूछा सभी बच्चों द्वारा सभी सुरक्षा के उपाय के लिए संतोषजनक जवाब दिया और वाहन चालक द्वारा आपातकाल के समय बच्चों को कैसे बाहर निकालना है इसका भी डैमो मौके पर दिया गया आयुक्त ने संतोष व्यक्त किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *