Mon. Apr 28th, 2025

विश्व कप की हार से कैसे उबरे रोहित-कोहली? कोच द्रविड़ ने कही यह बात, आगामी चुनौती पर भी दिया बयान

वनडे विश्व कप 2023 के दौरान सेमीफाइनल तक अजेय रही भारतीय टीम फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार गई थी। इस हार के बाद टीम इंडिया के करोड़ों फैंस का दिल टूट गया था। ऐसा कहा जा रहा है कि पिछला विश्व कप विराट कोहली, रोहित शर्मा और कुछ अन्य सीनियर खिलाड़ियों के लिए विश्व कप खिताब अपने नाम करने का आखिरी मौका था। रोहित और कोहली अब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मंगलवार से शुरू हो रहे टेस्ट सीरीज के लिए मैदान पर वापसी कर रहे हैं। यह विश्व कप फाइनल के बाद उनका पहला मैच होगा। हेड कोच राहुल द्रविड़ ने विश्व कप फाइनल में हार के बाद आई निराशा को लेकर बातचीत की है और अगली सीरीज से पहले खिलाड़ियों को पीछे की घटनाओं को भुलाकर आगे बढ़ने की जरूरत पर जोर दिया है।

द्रविड़ ने कहा, ‘यह अतीत में हुआ है। हां यह निराशाजनक है, लेकिन हम इससे आगे बढ़ गए हैं। अब आपके सामने बड़ी और कड़ी चुनौतियां हैं। हमारी टीम के खिलाड़ी इसमें (आगे बढ़ने में) अच्छे हैं। हम आगे बढ़ने के लिए मजबूर हैं। जब हम बच्चे थे तब से ऐसा कैसे करें, इस बारे में हम सीख चुके हैं। हर बार जब आप आउट होते हैं तो आप निराश होते हैं। हालांकि, यह याद रखना चाहिए कि आपको एक और पारी खेलनी होती है, आपको अगली पारी में प्रदर्शन करना होता है। इसलिए आप अतीत की निराशा को अपने साथ नहीं रहने दे सकते। बचपन से आप क्रिकेटर के रूप में सीखते हैं कि इस निराशा से कैसे निपटना है। अगर आप अतीत की निराशा को अपने साथ रहने देते हैं तो यह अगले मैच में आपको प्रभावित करेगा।

द्रविड़ ने कहा, ‘हां, खिलाड़ी निराश हैं, हम सभी निराश हैं। लेकिन हम सभी अब इससे आगे बढ़ चुके हैं और हम कुछ ऐसा करने की उम्मीद कर रहे हैं जो हमारे सामने है।’ भारत ने अभी तक दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। कुछ खिलाड़ियों का भारी मन से सीरीज में आना तय है, लेकिन द्रविड़ को नहीं लगता कि खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करने के लिए किसी प्रकार की कोई ‘प्रेरणा’ की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि आपको खिलाड़ियों को भारत के लिए खेलने के लिए प्रेरित करने की जरूरत है। मुझे नहीं लगता कि हमारे किसी खिलाड़ी में प्रेरणा की कमी है। दक्षिण अफ्रीका में खेलना, अपने देश का प्रतिनिधित्व करना, यहां टेस्ट क्रिकेट खेलना अपने आप में बड़ी बात है। यह जगह आपको कुछ बहुत अच्छी क्रिकेट खेलने का मौका देता है। मुझे नहीं लगता कि किसी में प्रेरणा की कमी है। मुझे किसी को प्रेरित करने की जरूरत नहीं दिखी।

उन्होंने कहा, ‘मैं अपने खिलाड़ियों को प्रेरित करने में विश्वास नहीं करता। मैं सही माहौल बनाने, सही प्रक्रिया सुनिश्चित करने और यह सुनिश्चित करने में विश्वास करता हूं कि हम अच्छा अभ्यास करें। हम शारीरिक, मानसिक और रणनीतिक रूप से सभी बॉक्स में टिक कर सकें। यह एक कोच के रूप में मेरा काम है। मेरा काम खिलाड़ियों को सफल होने का सबसे अच्छा मौका देना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *