मुख्यमंत्री ने 47 करोड़ रुपये से निर्मित संजौली-ढली सुरंग का किया उद्घाटन, ट्रैफिक की समस्या का हुआ स्थाई समाधान
शिमला। राजधानी को ऊपरी शिमला से जोड़ने वाली ढली टनल सोमवार को लोगों को समर्पित की है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को 47.36 करोड़ रुपये से निर्मित 154.22 मीटर लंबी संजौली-ढली सुरंग का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व सरकार के कार्यकाल में इस सुरंग का निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा था, वर्तमान सरकार ने निर्माण कार्य में तेजी लाई और एक साल के भीतर इस सुरंग को तैयार किया गया
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सभी विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि विकास कार्यों से जुड़ी परियोजनाओं को तय समय सीमा में पूरा किया जाए। प्रदेश के लोगों को परियोजनाओं से जुड़े लाभ जल्द प्रदान किए जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन हिमाचल की आर्थिकी के लिए महत्त्वपूर्ण क्षेत्र है और बेहतर यातायात सुविधाओं के निरन्तर विकास से इस क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि यह सुरंग शिमला के मुख्य पर्यटन गंतव्य स्थलों, कुफरी, नालदेहरा, तत्तापानी, नारकंडा और चायल, पर यातायात सुगम बनाएगी। शिमला शहर के लिए यह सुरंग सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है और क्षेत्र की आर्थिकी को मजबूती प्रदान करेगी। प्रदेश सरकार ने आधुनिक पर्यटन अधोसंरचना का विकास कर पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय लोगों की जरूरतों को भी पूरा कर रही है। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि नई सुरंग के निर्माण से शिमला शहर के सर्कुलर रोड पर ट्रैफिक की समस्या का व्यवहारिक और स्थाई समाधान होगा। इस परियोजना से स्थानीय रोजगार के अवसर पैदा होंगे। पुरानी सुरंग का भी जीर्णोद्धार किया जाएगा।
पुरानी ढली टनल वर्ष 1852 में बनाई गई थी। इस कि एक समय में एक तरफ ट्रैफिक का संचालन ही संभव था। इस कारण यहां ट्रैफिक की समस्या रहती थी। नई टनल के संचालन से ट्रैफिक की समस्या समाप्त होगी और स्थानीय लोगों एवं पर्यटकों को निर्बाध यातायात सुविधा प्राप्त होगी।
इस दौरान ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, विधायक हरीश जनारथा, नगर निगम शिमला के महापौर शिमला, सुरेंद्र चौहान और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।