मेरे लिए यही वर्ल्ड कप है’, जानें अपने आखिरी टेस्ट से पहले क्या-क्या बोले डीन एल्गर
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला आज (3 जनवरी) से केपटाउन में खेला जाएगा. यह मैच डीन एल्गर के करियर का आखिरी इंटरनेशनल मैच है. ऐसे में अपने इस फेयरवेल मैच से पहले उन्होंने अपने क्रिकेटिंग करियर को लेकर ढेर सारी बातें की हैं. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को ही अपना वर्ल्ड कप बताया है.
डीन एल्गर ने कहा, ‘मैं सिर्फ जीत के लिए खेलता हूं. मैं आंकड़ों की परवाह नहीं करता. मैं बस मैच और सीरीज जीत पर फोकस रखता हूं. यही सबसे बड़ी यादें होती हैं, जो आप टीम के साथ साझा कर सकते हैं. टेस्ट सीरीज जीतना हमेशा मायने रखता है. शायद वर्ल्ड कप जीतना इससे बड़ी चीज हो सकती है लेकिन क्योंकि मुझे वर्ल्ड कप खेलने का कभी मौका नहीं मिला तो मेरे लिए यही वर्ल्ड कप है. यह मेरा एरिना है, जहां मैं जीतना चाहता हूं.’
डीन एल्गर ने दक्षिण अफ्रीका के लिए अब तक 86 टेस्ट मैच खेले हैं. यहां उन्होंने 5000 से ज्यादा रन बनाए हैं. वह दक्षिण अफ्रीका के उन आठ बल्लेबाजों में शामिल हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 5000 से ज्यादा रन बनाए हैं. उन्होंने प्रोटियाज टीम के लिए 18 टेस्ट मैचों में कप्तानी भी की है. वह करीब डेढ़ साल तक कप्तान रहे थे. अपने फेयरवेल टेस्ट में एक बार फिर उन्हें कप्तानी सौंपी गई है.
डीन एल्गर कहते हैं, ‘इससे (आखिरी टेस्ट में कप्तानी) बड़ा सम्मान और कुछ नहीं हो सकता. मैंने पहले भी दक्षिण अफ्रीका की कप्तानी की है. करीब डेढ़ साल मैं कप्तान रहा. इस दौरान मैंने व्यक्तिगत रूप से बहुत कुछ सीखा. मैं कप्तान रहूं या न रहूं, मैं जब मैदान पर होता हूं तो मैं 100% देता हूं. मेरी कोशिश होती है कि युवा खिलाड़ियों को सही राह दिखाता रहूं.’
पिछले मैच के हीरो थे डीन एल्गर
डीन एल्गर ने भारत के खिलाफ पिछले टेस्ट मैच में 185 रन की लाजवाब पारी खेली थी. उनकी इसी पारी की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने टीम इंडिया पर विशाल बढ़त लेते हुए मुकाबले को एकतरफा अंदाज में जीता था. एल्गर पिछले मैच में ‘प्लेयर ऑफ दी मैच’ भी रहे थे. अपने फेयरवेल टेस्ट में भी उनसे बड़ी पारी की उम्मीद बनी हुई है.