भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच टी-20 सीरीज हुई है, जिसमें भारत ने 2015-16 में एक सीरीज ऑस्ट्रेलिया में जीती है। चार सीरीज पर ऑस्ट्रेलिया कब्जा जमा चुका है। एकमात्र टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को हराकर भारत ने बेहतरीन शुरुआत की थी, लेकिन वनडे में एलीसा हीली की टीम ने भारतीय टीम का 0-3 से सफाया कर दिया। पहले टी-20 में शैफाली वर्मा और स्मृति मंधाना के अर्धशतकों की मदद से भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर नौ विकेट से बड़ी जीत हासिल की, लेकिन दूसरे टी-20 में 300वां मैच खेलने वाली एलीसे पैरी और किम गार्थ ने सीरीज को 1-1 की बराबरी पर ला दिया।
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन करने वाली दीप्ति शर्मा ने दूसरे टी-20 में ऑलराउंड खेल का प्रदर्शन किया। उन्होंने पहले 27 गेंद में 31 रन बनाकर भारत को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया। उसके बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के दो विकेट निकालकर मुकाबले को रोचक बना दिया। हरमनप्रीत की फॉर्म पर ने रविवार के मैच के बाद कहा कि किसी खिलाड़ी का हमेशा अच्छा दिन नहीं हो सकता है और अचानक किसी का भी अच्छा दिन हो सकता है। उन्होंने कहा कि हम बड़ा शॉट लगाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं बल्कि गेंद को उसकी मेरिट के हिसाब से खेलने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विकेट पर गेंद घूम रही थी और धीमी भी आ रही थी। हम लगभग 15 रन पीछे रहे।
डीवाई पाटिल की पिच बल्लेबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण रहेगी। ऐसे में उच्चक्रम के बल्लेबाजों पर रन बनाने और अच्छी शुरुआत का दारोमदार रहेगा। खासतौर पर स्मृति मंधाना, शैफाली वर्मा, जेमिमा रोड्रिग्स, रिचा घोष और हरमनप्रीत कौर को बल्लेबाजी से जिम्मेदारी निभानी होगी। इनमें से किसी को निश्चित रूप से बड़ी पारी खेलनी होगी।
विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के लिए खुशखबरी यह है कि खतरनाक एलिसे पैरी फॉर्म में आ चुकी हैं। उन्होंने दूसरे टी-20 में उपयोगी पारी खेली। इस टीम का सशक्त पहलू गहराई तक बल्लेबाजी होना है। शुुरुआती झटके मिलने पर निचले क्रम के बल्लेबाज भी पारी संभालने का दम रखते हैं। भारत के खिलाफ वनडे में शतक लगाने वाली फोएबे लिचफील्ड, बाथ मूनी, मैक्ग्राथ, एलीसा हीली सभी बड़ी पारी खेलने में सक्षम हैं।