ओलंपिक के लिए अभियान शुरू करेंगी बेटियां, वंदना की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम की होगी कड़ी परीक्षा
एशियाई खेलों में तीसरे स्थान पर रहने के बाद भारतीय महिला हॉकी टीम एक बार फिर पेरिस ओलंपिक का टिकट हासिल करने के लिए शनिवार से शुरू होने जा रहे एफआईएच ओलंपिक क्वालिफायर में जोर लगाएगी। कप्तान सविता पूनिया की टीम के पास अपार घरेलू समर्थन होगा, लेकिन उसे 300 मैच खेलने वाली फॉरवर्ड वंदना कटारिया की कमी भी महसूस होगी। भारतीय टीम शनिवार को अमेरिका के खिलाफ अभियान शुरू करने जा रही है। टूर्नामेंट में इन दोनों टीमों के अलावा विश्व नंबर पांच जर्मनी, न्यूजीलैंड, चेक रिपब्लिक, जापान, चिली, इटली खेल रही हैं। शीर्ष तीन स्थान पर रहने वाली टीमों को पेरिस का टिकट मिलेगा। भारतीय टीम (6) जर्मनी के बाद दूसरी शीर्ष रैंकिंग टीम है। वहीं अमेरिका की रैंकिंग 15 है। भारत के ग्रुप बी में न्यूजीलैंड (9), इटली (19) दूसरी टीमें है। हालांकि वर्तमान हॉकी में रैंकिंग के बहुत ज्यादा मायने नहीं रह जाते हैं। इसका उदाहरण भारत और अमेरिका के बीच 1983 से अब तक खेले गए 15 मुकाबले हैं, जिनमें नौ में अमेरिका को जीत मिली है, जबकि भारत ने चार जीते हैं और दो ड्रॉ रहे हैं। यही कारण है कि भारत को अमेरिका को हराने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा।