हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) तीन तरह की 300 इलेक्ट्रिक बसें खरीदेगा। लोकल, लॉन्ग रूट और लग्जरी बसें खरीदने के लिए निगम की व्हीकल परचेज कमेटी की बैठक में सहमति बन गई है। 18 जनवरी को होने वाली बोर्ड की बैठक में इसको लेकर अब अंतिम फैसला लिया जाएगा। निगम की योजना के तहत प्रदेश के शहरों में लोकल रूटों के लिए टाइप वन इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जाएंगी। मौजूदा समय में शिमला, धर्मशाला सहित अन्य जिलों में टाइप वन बसें चल ही रही हैं। लंबी दूरी के रूटों के लिए निगम टाइप टू इलेक्ट्रिक बसें खरीदेगा। ये बसें एक जिले से दूसरे जिले या बाहरी राज्यों के लिए चलाई जाएंगी। निगम लग्जरी इलेक्ट्रिक बसें भी खरीदेगा। ये मौजूदा समय में चल रही वोल्वो बसों का स्थान लेंगी। 300 बसों की खरीद की प्रक्रिया एक साथ शुरू होगी या चरणबद्ध तरीके से बसें खरीदी जाएंगी, इस पर फैसला होना अभी बाकी है। चरणबद्ध तरीके से बसों की खरीद की संभावना अधिक है। केंद्र और राज्य सरकार की स्क्रैप पॉलिसी के तहत 15 साल की उम्र पूरी होने वाली बसों के स्थान पर नई इलेक्ट्रिक बसें खरीदी जाएंगी। वहीं, इलेक्ट्रिक बसें जीरो बुक वैल्यू पूरी करने वाली बसों को भी रिप्लेस करेंगी।
टाइप वन इलेक्ट्रिक बस एक बार चार्ज करने के बाद 80 से 100 किलोमीटर तक चल सकती है। टाइप टू बस की क्षमता एक बार चार्ज करने के बाद 200 से 250 किलोमीटर चलने की है। टाइप टू बस चार्जिंग में टाइप-वन से कम समय लेगी।
निगम के लिए टाइप टू इलेक्ट्रिक बसों की उपलब्धता चुनौती बन सकती है। राजधानी शिमला सहित प्रदेश भर में चल रही सभी इलेक्ट्रिक बसें टाइप वन हैं। देश में लग्जरी इलेक्ट्रिक बसें तो चल रही हैं लेकिन टाइप टू इलेक्ट्रिक बसें फिलहाल उपलब्ध नहीं हैं। निगम को लंबी दूरी के रूटों के लिए टाइप टू बसों की जरूरत है।
तीन तरह की इलेक्ट्रिक बसें खरीदने का फैसला किया गया है। जैसे-जैसे पुरानी बसें निगम के बेड़े से बाहर होंगी तो नई इलेक्ट्रिक बसें उनका स्थान लेंगी। सरकार की अनुमति के बाद बजट स्वीकृत होने पर खरीद प्रक्रिया शुरू होगी। -रोहनचंद ठाकुर, प्रबंध निदेशक, एचआरटीसी