पंतनगर विश्वविद्यालय प्राचीन पद्धति से खेती करना सिखाएगा
पंतनगर। जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय अब किसानों को खेती की प्राचीन पद्धति से रूबरू कराएगा। नॉरमन ई बोरलॉग फसल अनुसंधान केंद्र में वाईएल नेने वृक्षायुर्वेद शोध एवं प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की गई है। भारतीय ज्ञान परंपरा प्रभाग की ओर से 35 लाख रुपये के बजट से इसकी स्थापना की गई है। परियोजना की प्रधान अन्वेषक डॉ. सुनीता टी पांडेय ने बताया कि वृक्षायुर्वेद खेती की प्राचीन परंपरा रही है। प्राकृतिक और जैविक खेती के मूल में वृक्षायुर्वेद ही है। 1994 में डॉ. वाईएल नेने इस पद्धति को इंग्लैंड के आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से भारत में लेकर आए। 15 जनवरी को डॉ. नेने की पुण्यतिथि पर इसका उद्घाटन कुलपति डॉ एमएस चौहान करेंगे।