हिमाचल के पहाड़ी इलाकों में स्नोफॉल, तीन इंच तक बिछी बर्फ की चादर; आगे कैसा रहेगा मौसम का हाल
शिमला/मनाली पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण रोहतांग सहित ऊंची चोटियों पर तीन इंच हिमपात हुआ है। रोहड़ू, खड़ापत्थर व नारकंडा में बुधवार दोपहर हिमपात हुआ। नारकंडा व हाटू माता मंदिर में पांच से सात मिनट तक बर्फ के फाहे गिरे। रोहडू में दो इंच से अधिक बर्फ गिरी है। इससे बागवानों के चेहरे खिल उठे हैं। रोहडू के डोडराक्वार में दो इंच बर्फ गिरी है जबकि चांशल में हल्का हिमपात हुआ है। मनाली-लेह मार्ग पर पड़ते सभी दर्रों में बर्फ की सफेद परत बिछ गई है। बारालाचा, लाचुंग ला, तंगलाग ला व शिंकुला दर्रे में हिमपात हो रहा है। बुधवार को मनाली से सैकड़ों पर्यटक अटल टनल रोहतांग होते हुए पर्यटन स्थल कोकसर पहुंचे और दिनभर बर्फ की खेलों का आनंद लिया। मौसम विभाग ने तीन दिन तक मंडी, कंगड़ा, ऊना, बिलासपुर, सोलन व सिरमौर में घना कोहरा पड़ने का यलो अलर्ट जारी किया है। इससे यातायात सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। लाहुल घाटी सहित पर्यटन नगरी मनाली में दिनभर बादल छाए रहे। प्रदेश में न्यूनतम तापमान में एक से तीन डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि दर्ज की गई है। ऊना में सबसे अधिक तीन डिग्री व अन्य क्षेत्रों में एक से दो डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि हुई है। अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है, जबकि ऊना में 3.2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई है। लोगों को उम्मीद थी कि पश्चिमी विक्षोभ का प्रदेशभर में कुछ असर होगा, जिससे वर्षा और हिमपात होगा हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में लंबे समय बाद हिमपात हुआ। मौसम विभाग ने वर्षा व हिमपात की संभावना जताई थी लेकिन सिर्फ बादल ही छाए। शिमला जिले के रोहडू में हुआ ताजा हिमपात। यहां दो इंच से ज्यादा बर्फ गिरी। शिमला के नारकंडा और हाटू माता मंदिर में भी पांच से सात मिनट तक बर्फ के फाहे गिरे l प्रदेश में 2007 जैसे हालात वर्ष 2007 में प्रदेश में सामान्य से 98.5 मिलीमीटर कम वर्षा दर्ज की गई थी। इस बार भी ऐसे हालात हैं। ढाई माह से प्रदेश में वर्षा नहीं हुई है। इस बार जनवरी में अब तक प्रदेश में सामान्य से 99 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई है। दिसंबर में सामान्य से 85 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई थी।