पर्यटकों को संजय झील के खुलने का है इंतजार
संजय झील दो वर्ष बीतने के बाद भी पर्यटकों के लिए नहीं खुल सकी है। वन विभाग की ओर से झील का सौंदर्यीकरण करने के लिए अब तक एक करोड़ से अधिक बजट खर्च किया जा चुका है। अब 83 लाख रुपये के बजट की संस्तुति का प्रस्ताव शासन को भेजा है। पर्यटक स्थल होने के कारण सैलानी झील के खुलने का इंतजार कर रहे हैं। कई पर्यटक तो चहारदीवारी कूदकर अंदर प्रवेश कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन की पहल पर संजय झील से राजस्व बढ़ाने के लिए वन विभाग ने करीब दो वर्ष पहले झील का सौंदर्यीकरण का काम शुरू किया। विभाग की ओर से यहां विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए गए। पर्यटकों के बैठने के लिए बैंच लगाई। झील में प्रवेश करने के लिए मुख्यद्वार बनाया गया है, जबकि बाकी एरिया को चहारदीवारी से कवर किया है। जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य विनोद जुगलान ने बताया कि झील में अभी पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं। पर्यटकों के ठहरने के लिए विश्राम कक्ष बनने हैं। लेकिन बजट के कारण यह अधर में लटका है। उन्होंने बताया कि उपप्रभागीय वनाधिकारी स्पर्श काला की ओर से नमामि गंगे जिला क्रियान्वयन की बैठक में जिला गंगा सुरक्षा समिति के अधिकारी से इसके लिए 83 लाख बजट की संस्तुति का आग्रह किया है। जिसको संस्तुति के लिए शासन को भेजा गया है।
संजय झील में सौंदर्यीकरण के लिए अभी कुछ कार्य शेष हैं। जिस पर विभागीय स्तर से काम चल रहा है। जल्द ही झील के द्वार पर्यटकों के लिए खोले जाएंगे। जीएस धमांदा, रेंज अधिकारी ऋषिकेश