शिक्षा ग्रहण करना आसान, देना कठिन : सुशील धीमान
केंद्रीय विद्यालय संगठन एक लघु भारत है। इसमें सभी धर्मों के छात्र शिक्षा ग्रहण करते हैैं। शिक्षा ग्रहण करना आसान है, लेकिन शिक्षा देना एक कठिन पथ है, क्योंकि सीखने की प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है। यह बात केवी ओएनजीसी के प्रिंसिपल सुशील कुमार धीमान ने अभिविन्यास कार्यक्रम में कही।
केंद्रीय विद्यालय ओएनजीसी में बुधवार को नव चयनित शिक्षकों के लिए एक दिवसीय अभिविन्यास कार्यक्रम हुआ। इसमें देहरादून संभाग में नियुक्त 59 प्राथमिक, दस स्नातक व 12 स्नातकोत्तर शिक्षकों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि केंद्रीय विद्यालय संगठन देहरादून संभाग की उपायुक्त डॉ. सुकृति रैवानी, सहायक आयुक्त स्वाती अग्रवाल, एलएम बिष्ट व सुरजीत सिंह और प्रिंसिपल सुशील कुमार धीमान ने दीप प्रज्वलित कर की। कार्यक्रम में डॉ. सुकृति रैवानी ने केवि संगठन को जानने, सीखने की संस्कृति विकसित करने और विभिन्न स्तर पर समन्वय विकसित करने के बारे में चर्चा की। सहायक आयुक्त स्वाती अग्रवाल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020, राष्ट्रीय शिक्षा नीति प्राथमिक स्तर, केवि संगठन में इसके समावेश व अनुच्छेद 81-बी पॉक्सो पर बात की। इस दौरान सहायक आयुक्त सुरजीत सिंह, सहायक आयुक्त एलएम बिष्ट, लेखा अधिकारी आरके मीना, केवि ओएलएफ की प्रिंसिपल रचना देव, ओएनजीसी प्रिंसिपल सुशील कुमार धीमान ने भी अपने विचार रखे। उप प्रधानाचार्य अभिलेख पिल्खवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया।