अगर हॉस्टल नहीं मिला तो निराश्रित बच्चों को हॉस्टल दिलाएगी सरकार, CM सुक्खू की घोषणा; पढ़ाई का खर्च भी उठाएगी सरकार
देहरा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट का दर्जा प्राप्त (निराश्रित) चार हजार बच्चों को लेकर अहम घोषणा की है। सुक्खू ने कहा कि सरकार उनकी देखभाल व पढ़ाई के लिए हॉस्टल न मिलने पर बाहर रहने के लिए मकान का किराया भी देगी। विधवाओं के बच्चों की पढ़ाई का खर्च भी सरकार उठाएगी। आने वाले बजट में इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। मुख्यमंत्री शुक्रवार को जसवां-परागपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत परागपुर की नक्की खड्ड में ‘सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम’ के दौरान संबोधित कर रहे थे। विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों से बातचीत के दौरान चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट एक युवा ने मुख्यमंत्री को बताया कि वह धर्मशाला कॉलेज से बीसीए कर रहा है। मुख्यमंत्री ने उससे पूछा कि उसे रहने के लिए हॉस्टल मिला है या नहीं। युवक ने बताया कि वह किराये के मकान में रहता है। इस पर सुक्खू ने घोषणा की कि यदि चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट को रहने के लिए हॉस्टल न मिले तो सरकार उसे मकान का किराया भी प्रदान करेगी। दूध के खरीद मूल्य में आने वाले समय में बढ़ोतरी करेंगे। सुक्खू ने कहा कि पौंग बांध के साथ लगते क्षेत्र को ईको सेंसिटिव जोन बनाने के मामले पर प्रदेश सरकार लोगों के साथ है। पौंग बांध क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के प्रयास किए जा रहे हैं। तहसील व उपतहसील स्तर तक राजस्व लोक अदालतों का आयोजन कर अब तक 65 हजार इंतकाल के मामलों का निपटारा किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हर हिमाचली पर एक लाख रुपये से अधिक का कर्ज हो गया है। पिछली भाजपा सरकार से खस्ताहाल अर्थव्यवस्था विरासत में मिली है। हम एक वर्ष में प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 20 प्रतिशत तक पटरी पर लाने में सक्षम हुए हैं।