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बोपन्ना-एबडेन की जोड़ी ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में, दूसरी वरीयता प्राप्त झीझेन-मैचेक को दी शिकस्त

रोहन बोपन्नी और मैथ्यू एबडेन की जोड़ी ऑस्ट्रेलियन ओपन के पुरुष युगल स्पर्धा के फाइनल में पहुंच गई है। गुरुवार को मेलबर्न के रोड लेवर एरेना में खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में इस जोड़ी ने दूसरी वरीयता प्राप्त झैंग झीझेन और थॉमस मैचेक की जोड़ी को 6-3, 3-6, 7-6 (10-7) से हरा दिया। बोपन्ना पहली बार इस ग्रैंडस्लैम के किसी भी स्पर्धा के फाइनल में पहुंचे हैं। वहीं, एबडेन के साथ वह लगातार दूसरे ग्रैंडस्लैम के पुरुष युगल के फाइनल में पहुंचे हैं।

फाइनल में बोपन्ना-एबडेन की जोड़ी का सामना जर्मनी के डोमिनिक कोएफर और यानिक हानमैन और इटली के आंद्रे वावासोरी और साइमन बोलेली की जोड़ी के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा। बोपन्ना-एबडेन की जोड़ी ने छठी वरीयता प्राप्त अर्जेंटीना के मैक्सिमो गोंजालेस और आंद्रेस मोल्तेनी को एक घंटे 46 मिनट तक चले क्वार्टर फाइनल में 6-4, 7-6 से हराया था।

सेमीफाइनल में पहला सेट 32 मिनट में 6-3 से आसानी से जीतने के बाद दूसरे सेट में 3-6 से हार गए थे। इसके बाद तीसरा सेट 6-6 से बराबर रहने पर मैच टाईब्रेकर में गया, जिसे बोपन्ना-एबडेन ने 10-7 से और सेट 7-6 से जीत लिया। इसी के साथ मैच भी अपने नाम कर लिया।

2023 में भी ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में पहुंचे
43 साल के बोपन्ना 2023 में भी ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में पहुंचे थे, लेकिन मिश्रित युगल स्पर्धा में। तब बोपन्ना सानिया मिर्जा के साथ मिश्रित युगल के फाइनल में पहुंचे थे, लेकिन फाइनल में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वहीं ओवरऑल यह बोपन्ना का पुरुष युगल में तीसरा ग्रैंडस्लैम फाइनल है। इससे पहले वह 2023 में एबडेन के साथ ही यूएस ओपन के फाइनल में पहुंचे थे, जहां उन्हें राजीव राम और जोए सैलिसबरी की जोड़ी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा बोपन्ना पाकिस्तान के ऐसाम उल हक कुरैशी के साथ ग्रैंडस्लैम (यूएस ओपन) फाइनल में भी पहुंच चुके हैं।
बोपन्ना का ऑस्ट्रेलियन ओपन में पुरुष युगल में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
ऑस्ट्रेलियन ओपन में पहली बार बोपन्ना 2008 में खेले थे और 17 बार यह ग्रैंडस्लैम खेलने के बाद यह उनका सबसे शानदार प्रदर्शन है। इससे पहले उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन तीसरे राउंड तक पहुंचने का था। बोपन्ना एबडेन के साथ पहली बार पुरुष युगल ग्रैंडस्लैम ट्रॉफी जीतना चाहेंगे। हालांकि, वह मिश्रित युगल में ग्रैंडस्लैम जीत चुके हैं। उन्होंने 2017 फ्रेंच ओपन ग्रैब्रिएला डैब्रोस्की के साथ जीता था। वहीं, एबडन एक बार ग्रैंडस्लैम पुरुष युगल का खिताब जीत चुके हैं। उन्होंने 2022 में ऑस्ट्रेलिया के ही मैक्स पुर्सेल के साथ विम्बलडन का खिताब जीता था। मार्च में 44 साल के होने वाले बोपन्ना अगर ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने में कामयाब होते हैं तो ग्रैंडस्लैम  पुरुष युगल का खिताब जीतने वाले दुनिया के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी बन जाएंगे।
इससे पहले भारत के दिग्गज टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना पुरुष युगल रैंकिग में नंबर एक पर काबिज होने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बनने की ओर अग्रसर हैं। 43 वर्ष के बोपन्ना टूर्नामेंट से पहले विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर थे। अब टूर्नामेंट के खत्म होने के बाद सोमवार को बोपन्ना युगल रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंच जाएंगे। इससे पहले अमेरिका के राजीव राम अक्तूबर 2022 में विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बने थे। उनकी उम्र 38 थी और करियर में पहली बार शीर्ष पर पहुंचे थे। एबडेन रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुंचेंगे।

युगल में नंबर एक खिलाड़ी बनने वाले होंगे चौथे भारतीय 
बोपन्ना 2013 में पहली बार विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर पहुंचे थे। वह युगल रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचने वाले लिएंडर पेस, महेश भूपति और सानिया मिर्जा के बाद चौथे भारतीय होंगे। वह अमेरिका के आस्टिन क्राइजेक से शीर्ष स्थान लेंगे जो क्रोएशिया के इवान डोडिज के साथ दूसरे दौर में हार गए थे।

बोपन्ना के करियर की अहम उपलब्धि

  • बोपन्ना ने 2017 में कनाडा की गैब्रियला डाब्रोवस्की के साथ फ्रेंच ओपन मिश्रित युगल खिताब जीता।
  • वह पुरुष युगल में 2010 अमेरिकी ओपन में पाकिस्तान के ऐसाम उल हक कुरैशी के साथ और 2023 में एबडेन के साथ उपविजेता रहे थे।
  • बोपन्ना मास्टर्स 1000 टूर्नामेंट में पुरूष युगल खिताब जीतने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी रहे।
  • उन्होंने पिछले साल एबडेन के साथ इंडियन वेल्स टूर्नामेंट जीता था।
नंबर एक रैंकिंग अगली पीढ़ी को प्रेरित करेगी : बोपन्ना
बोपन्ना ने कहा, ‘यह उपलब्धि सिर्फ मेरे लिए ही नहीं बल्कि भारतीय टेनिस के लिए भी काफी अहमियत रखती है। अगली पीढ़ी को प्रेरित करने के लिए आपको किसी चीज की जरूरत होती है। सुमित नागल का भी ऑस्ट्रेलियाई ओपन शानदार रहा। उसने एक दौर का मैच जीता। पुरुष युगल में नंबर एक रैंकिंग पर बहुत गर्व है। यह काफी विशेष क्षण है। पर इसके लिए काफी कुर्बानी दी हैं। मेरे कोच और परिवार सभी ने। मेरा परिवार मेरे साथ ही यात्रा कर रहा है इसलिए यह अलग अहसास है। भारतीय टेनिस में कुछ भी नहीं हो रहा था। ग्रैंडस्लैम में पुरुष युगल खिताब जीतना मेरी इच्छा है। यह किसी अन्य का लक्ष्य नहीं है।’ वहीं, भारत के पूर्व दिग्गज टेनिस खिलाड़ी महेश भूपति ने कहा- रोहन बोपन्ना दुनिया की नंबर एक रैंकिंग पर पहुंच रहे हैं जो मेरी राय में भारतीय खेल की सबसे शानदार खबरों में से एक है।’

सोमदेव देववर्मन ने कहा- बोप्स (बोपन्ना) ने मुझे बताया कि वह पांच साल पहले संन्यास लेने के बारे में सोच रहे थे, फिर चार साल पहले, फिर तीन साल पहले तो कहानी का सार है कि किसे मतलब है, वह नंबर एक है। बोपन्ना के परिवार के लिए बहुत खुश हूं। बोपन्ना भारतीय खेल की सर्वश्रेष्ठ कहानी हैं। वहीं, क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने भी बोपन्ना की तारीफ की है। उन्होंने कहा- उम्र सिर्फ एक संख्या है, लेकिन ‘नंबर एक’ कोई अन्य संख्या नहीं है। शानदार उपलब्धि के लिए बधाई हो रोहन।

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