उत्तरकाशी। जिला अस्पताल में अब मरीजों को डायलिसिस के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा। स्वास्थ्य विभाग अस्पताल परिसर में संचालित डायलिसिस यूनिट को विस्तार देने जा रहा है। यूनिट का संचालन यहां पहले से डायलिसिस यूनिट का संचालन कर रहा हंस फाउंडेशन ही करेगा। नई यूनिट में चार और बेड लगाए जाएंगे। जिला अस्पताल में हंस फाउंडेशन के सहयोग से जून 2022 में निशुल्क डायलिसिस यूनिट शुरू की गई थी, लेकिन यूनिट में मात्र दो बेड होने से यहां डायलिसिस के लिए मरीजों को इंतजार करना पड़ता है। वर्तमान में यहां डायलिसिस के लिए 44 मरीज पंजीकृत हैं, लेकिन डायलिसिस का लाभ केवल 10 को ही मिल पा रहा है। ऐसे में शेष 34 मरीजों को डायलिसिस के लिए ऋषिकेश व देहरादून जैसे बड़े शहरों का रुख करना पड़ता है। जिला योजना की मदद से तैयार हो रहे भवन में चार और बेड लगाए जाएंगे। हंस फाउंडेशन ही इसमें जरूरी मशीनें लगाएगा। वहीं पुरानी डायलिसिस यूनिट को भी नए भवन में शिफ्ट किया जाएगा, जिससे एक बार में यहां छह मरीजों का डायलिसिस हो सकेगा।
जिला योजना से करीब 60 लाख की लागत से डायलिसिस यूनिट को विस्तार देने का काम किया जा रहा है। नए भवन के निर्माण और अवस्थापना विकास का काम जारी है। इसमें चार और बेड लगाए जाएंगे। इससे डायलिसिस के लिए मरीजों को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। -डॉ.आरसीएस पंवार, मुख्य चिकित्साधिकारी उत्तरकाशी।
हंस फाउंडेशन प्रदेश के 13 जनपदों में निशुल्क डायलिसिस की सेवा दे रहा है। उत्तरकाशी और बागेश्वर में अधिक मरीजों के चलते डायलिसिस यूनिट का विस्तार जरूरी है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को कई बार पत्र भी लिखा गया था। इस दिशा में काम हो रहा है तो यह अच्छी खबर है। -विक्रम सिंह नेगी, वरिष्ठ कार्यक्रम प्रबंधक, हंस फांडेशन।