जलाशय निर्माण के लिए 4.164 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण
300 मेगावाट की लखवाड़ बहुउद्देशीय परियोजना के जलाशय निर्माण के लिए शासन ने 4.164 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया है। इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। अभी निर्माण के लिए करीब 53 हेक्टेयर भूमि की और आवश्यकता है। भूमि अधिग्रहण से पूर्व गुरुराम पीजी कॉलेज के सामाजिक समाघाट विभाग की ओर से विस्तृत अध्ययन कराया गया। अध्ययन रिपोर्ट के आधार पर जलाशय निर्माण के लिए कालसी तहसील के लखवाड़, धनपौ, लकस्यार, सरयाना, लुधेरा, खुन्ना अलमान, खाती, द्वाऊ, ऊभौ गांव के प्रभावितों की भूमि अधिग्रहित की गई है। अधिग्रहण में जमीन के साथ ही फलदार, इमारती और कुकाट प्रजाति के वृक्ष, गोशाला, नहर, पानी की टंकी शामिल हैं। संबंधित बांध प्रभावितों की भूमि की पैमाइश, वृक्षाें की संख्या, वृक्षों की किस्म, संरचनाओं का प्रकार और अधिग्रहित भूमि के प्रतिकर का मूल्यांकन तकनीकी विभाग से कराकर उसका निर्धारण किया जाएगा। जल विद्युत निगम के अधिशासी निदेशक सिविल राजीव अग्रवाल ने बताया कि भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई वर्ष 1987 से चल रही है। वर्ष 1987-1992 के बीच करीब परियोजना के निर्माण के लिए 105 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया था। वर्तमान में भी अधिग्रहण की कार्रवाई शासन स्तर पर चल रही है। उन्होंने बताया कि परियोजना के लिए अभी करीब 53 हेक्टेयर भूमि की जरूरत है।