टास्क फोर्स करेगी निरीक्षण, बिना लाइसेंस चल रहे उद्योगों पर कार्रवाई करने के आदेश, बैठक में फैसला
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के झाड़माजरी की परफ्यूम फैक्टरी में हुए भीषण अग्निकांड के बाद सरकार भी सतर्क हो गई है। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि विभिन्न विभागों की टास्क फोर्स बनाकर बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ विकास प्राधिकरण (बीबीएनडीए) में स्थापित उद्योगों का निरीक्षण करेगी। उन्होंने उद्योगों के लाइसेंस की जांच करने और बिना लाइसेंस के चल रहे उद्योगों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए। जिन विभागों ने उद्योगों की जांच में लापरवाही बरती है, संबंधित अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। बद्दी में विभिन्न विभागों के अधिकारियों व उद्योगपतियों के साथ सोमवार को हुई बैठक में मंत्री ने कहा कि टास्क फोर्स विभिन्न उद्योगों का निरीक्षण कर सुनिश्चित करेगी कि डीजल, पेट्रोल, अल्कोहल और केमिकल का भंडारण क्षमता के अनुसार ही हो। अति ज्वलनशील पदार्थों का भंडारण उत्पादन क्षेत्र में करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
साथ ही फोर्स यह भी जांच करेगी कि प्रत्येक उद्योग में आग से बचने के उपकरण और आपात स्थिति में बाहर निकलने के दरवाजे हों। टीम निरीक्षण के बाद इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजेगी। रोजगार मंत्री ने श्रम एवं रोजगार विभाग को निर्देश दिए कि विभाग प्रत्येक उद्योग में कामगारों की सूची तैयार रखें। शुरुआती जांच में पाया गया कि कंपनी की लापरवाही से हादसा हुआ है। उसमें न तो फायर उपकरण थे और न ही बाहर निकलने के लिए दरवाजा। सभी उद्योगों से लिया जाएगा शपथ पत्रउन्होंने कहा कि सभी उद्योगों से शपथपत्र लिया जाएगा। इसमें वह स्व घोषणा (सेल्फ डिक्लेरेशन) करेंगे कि उनके उद्योग में आग से बचने के सभी उपकरण हैं। कच्चा माल कहां रखा जाएगा, 15 दिनों में यह शपथपत्र देना होगा। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसे उद्योगों का पता लगाएं, जहां पर खतरनाक केमिकल उपयोग हो रहे हैं।
उन्होंने अग्निशमन विभाग को निर्देश दिए कि एक माह के भीतर सभी उद्योगों का फायर ऑडिट किया जाए। यह सुनिश्चित बनाया जाए कि सभी उद्योगों में आवश्यक सुरक्षा उपकरण उपलब्ध हों। सभी उद्योगों में सुरक्षा की दृष्टि से चार निकासी द्वार और फोल्डेबल सीढ़ियां होनी चाहिए। उद्योगों में प्रत्येक माह में एक बार मॉक ड्रिल अवश्य की जाए।
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि सरकार के निर्देश पर पुलिस ने एक प्राथमिकी दर्ज की है और कंपनी के मालिकों के विरुद्ध भी कार्रवाई की जा रही है। इस दुखद घटना के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। मृतकों के परिजनों तथा घायलों को फौरी राहत प्रदान की जा रही है। मौके का किया निरीक्षणबैठक के बाद उद्योग मंत्री ने एनआर अरोमा फैक्टरी का जायजा लिया और राहत एवं बचाव कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने एनडीआरएफ की टीम से बातचीत कर पूरी घटना व राहत एवं बचाव कार्य की जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में आग के कारण कंपनी परिसर कमजोर हो गया है और रसायनयुक्त कार्य होने के कारण जहरीली गैसों का प्रभाव भी है। राहत एवं बचाव कार्य अंतिम व्यक्ति की खोज तक जारी रहेंगे। बैठक में मुख्य संसदीय सचिव राम कुमार चौधरी, नप बद्दी के अध्यक्ष तरसेम चौधरी, निदेशक उद्योग राकेश प्रजापति, पुलिस अधीक्षक बद्दी इल्मा अफरोज़, उपमंडलाधिकारी नालागढ़ दिव्यांशु सिंगल, बीबीएनडीए की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोनाक्षी तोमर, हिमाचल प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड शिमला के अधीक्षण अभियंता अशोक वर्मा सहित अन्य अधिकारी एवं बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ उद्योग संगठन के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।