टेस्ट टीम में न हो पाने का दुख है, लेकिन हर किसी की जिंदगी में…’, फिर झलका हनुमा विहारी का दर्द

भारतीय बल्लेबाज हनुमा विहारी रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करके टेस्ट क्रिकेट में वापसी करना चाहते हैं। विहारी की शानदार फॉर्म का एलीट ग्रुप बी में आंध्र प्रदेश को काफी लाभ मिला है। मौजूदा समय में आंध्र प्रदेश पांच मैचों में तीन जीत के साथ दूसरे स्थान पर है। 30 वर्षीय बल्लेबाज ने अपनी टीम के लिए अब तक सात पारियों में 365 रन बनाए हैं और केवल कप्तान रिकी भुई के 550 रनों के आंकड़े से पीछे हैं। उनके हालिया फॉर्म की वजह से घरेलू क्रिकेट में उनका औसत 50 से ऊपर है।
विहारी को भारत की प्लेइंग-11 में जगह बनाने में मुश्किल हुई है, लेकिन वह घरेलू क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ने और 16 टेस्ट मैचों के करियर को आगे बढ़ाने को लेकर उत्सुक हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं दुखी और निराश हूं कि मैं टेस्ट टीम में नहीं हूं, लेकिन हर कोई उतार-चढ़ाव से गुजरता है और मेरा काम अब रणजी ट्रॉफी में रन बनाना है। टीम और मेरे लिए यह सीजन ठीक रहा। इसलिए महत्वाकांक्षा बहुत सारे रन बनाना और टेस्ट टीम में वापसी करने की कोशिश करना है।
विहारी ने साल 2021 में यकीनन भारतीय टेस्ट इतिहास की सबसे प्रसिद्ध पारियों में से एक खेली थी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में उनकी 161 गेंदों में 23 रन की नाबाद पारी भारतीय टीम के लिए मैच बचाने वाली पारी साबित हुई। हालांकि, तब से वह एक्शन से गायब हैं और उन्होंने कहा कि हो सकता है वह अब तक वह चयनकर्ताओं के रडार पर नहीं हैं।
विहारी ने कहा, ‘हाल में किसी ने मुझसे बात नहीं की, लेकिन राहुल द्रविड़ ने मेरे आखिरी टेस्ट के बाद मुझसे बात की और उन्होंने बताया कि मैं किस चीज में सुधार कर सकता हूं। हां, लेकिन तब से मैं किसी के संपर्क में नहीं हूं।’ विहारी ने अपना आखिरी टेस्ट मैच 2022 में एजबेस्टन में खेला था और 22 और 11 रन बनाए थे। अब वह अपने खेल में सुधार करने और क्रिकेट का आनंद लेने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।