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पौड़ी नगर में तारामंडल और माउंटेन म्यूजियम का रास्ता साफ, अनिल बलूनी ने जारी किए 15 करोड़

पौड़ी नगर में सांसद निधि से तारामंडल (प्लैनेटेरियम) और पर्वतीय संग्रहालय (माउंटेन म्यूजियम) बनाने का रास्ता पूरी तरह से साफ हो गया है। इस परियोजना के लिए भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने अपनी सांसद निधि से एकमुश्त 15 करोड़ की राशि जारी की है। बलूनी के प्रयास से वन भूमि हस्तांतरण का कार्य भी रिकार्ड समय में पूरा हो गया। एक ही दिन में केंद्रीय वन मंत्रालय ने अपनी स्वीकृति प्रदान की। परियोजना के लिए एक हेक्टेयर वन भूमि की स्वीकृति का पत्र राज्य सरकार को भेज दिया गया है।

सांसद बलूनी ने उत्तराखंड के महत्वपूर्ण नगर पौड़ी में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने और उत्तराखंड के छात्रों को एक शैक्षिक प्रतिष्ठान का उपहार देने के मंतव्य से इन दोनों परियोजनाओं के निर्माण की घोषणा की थी। तारामंडल के निर्माण से छात्रों को खगोलीय गतिविधियों का प्रत्यक्ष ज्ञान हो सकेगा। साथ ही माउंटेन म्यूजियम के माध्यम से पर्वतीय संस्कृति, इतिहास, भूगोल के साथ-साथ सभी पर्वतीय लोक जीवन का एक ही छत के नीचे ज्ञान उपलब्ध हो सकेगा।

सांसद बलूनी ने कहा कि उनकी संकल्पना के अनुसार प्रथम चरण के अंतर्गत इन दो महत्वपूर्ण भवनों के निर्माण के लिए अपेक्षित भूमि के लिए केंद्रीय वन मंत्रालय से लगभग एक हेक्टेयर भूमि राज्य सरकार को हस्तांतरित करने का निवेदन किया गया था। उन्होंने वन मंत्रालय आभार प्रकट किया कि तीव्रता के साथ औपचारिकता पूरी करके वन भूमि राज्य सरकार को हस्तांतरित हो गई है। अब शीघ्र ही निर्माण प्रक्रिया शुरू होगी। इस बहुउद्देशीय संकल्प के लिए सीएसआर फंड के साथ-साथ अन्य मदों से धन की व्यवस्था की जाएगी।
बलूनी ने कहा कि दूसरे चरण में शैक्षिक गतिविधियों को और रोचक बनाने के लिए इको पार्क व साइंस पार्क सहित अन्य गतिविधियों को जोड़ा जाएगा। भविष्य में यह स्थान विद्यार्थियों के लिए शैक्षिक गतिविधियों और भ्रमण का बड़ा केंद्र बनेगा।

सांसद निधि से सड़कों, खंड़जों या नालियों के निर्माण कराने की परंपरा से हटकर राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने विकास में योगदान का नया मुहावरा गढ़ा। अपने छह साल के कार्यकाल में उनके प्रयासों से उत्तराखंड को कई सौगातें मिलीं। इनमें धनगढ़ी का पुल, मसूरी में पेयजल योजना, उत्तरकाशी और कोटद्वार के अस्पतालों में आईसीयू, कर्णप्रयाग अस्पताल में सी आर्म मशीन, ब्लड बैंक रैक और एनेस्थीसिया मशीन, काठगोदाम देहरादून के बीच नैनी दून एक्सप्रेस, टनकपुर इलाहाबाद के बीच त्रिवेणी एक्सप्रेस और कोटद्वार-दिल्ली के बीच ट्रेन संचालन और बोगियों की संख्या वृद्धि उन्हीं की पहल से संभव हो पाई।

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