क्षमता विकास कार्यशाला में छात्र-छात्राओं को दिए टिप्स
लोहाघाट (चंपावत)। राजकीय पीजी कॉलेज में बीएड विभाग में चल रहे रोजगार क्षमता विकास कार्यशाला का समापन हो गया है। नांदी फाउंडेशन और उच्चशिक्षा विभाग की ओर से आयोजित छह दिनी कार्यशाला का प्राचार्य डॉ. संगीता गुप्ता ने समापन किया। उन्होंने कहा कि व्यक्ति का पहला आकर्षण ही अंतिम प्रभाव छोड़ता है। सभी छात्रों को यह सीखना चाहिए कि अपना परिचय किस प्रकार से दिया जाए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएं प्रशिक्षुओं में व्यावसायिक कौशल के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। कार्यशाला में मुख्य प्रशिक्षक नवीन थपलियाल ने बताया कि बीएड प्रशिक्षुओं में रोजगार क्षमता के विकास के लिए प्रतिदिन डिजिटल लिट्रेसी, बायो डाटा बनाने, इंटरव्यू के लिए पर्सनल एंड प्रोफेशनल इंट्रोडक्शन आदि विषय में प्रशिक्षण दिया। कार्यशाला में बेसिक इंटरव्यू स्किल्स एवं पर्सनालिटी डेवलपमेंट की भी जानकारी दी। विशिष्ट प्रशिक्षक रीता बिष्ट ने वर्तमान समय में डिजिटल साक्षरता के महत्व से छात्रों को परिचित कराया। प्रो. अपराजिता ने वर्तमान डिजिटल युग में ईमेल शिष्टाचार सीखने को अनिवार्य व्यावसायिक कौशल बताया। इस मौके पर भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ.लता कैड़ा, बीएड विभागाध्यक्ष डॉ. एके द्विवेदी, डॉ.सोनाली कार्तिक, डॉ.नीरज कांडपाल, डॉ.दीपक चंद्र, डॉ. स्वाति जोशी आदि मौजूद रहे।