एक ही दिन में न्यूनतम तापमान में 4 डिग्री की बढ़ोत्तरी
टोंक जिला मुख्यालय समेत जिले भर में बुधवार को दूसरे दिन भी न्यूनतम तापमान 2 डिजिट में 14 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि इससे पहले सोमवार रात का न्यूनतम तापमान सप्ताह भर बाद 2 डिजिट 10 डिग्री सेल्सियस में आया था। बीती रात को बढ़े न्यूनतम तापमान से लोगों को पहले के मुकाबले सर्दी का अहसास कम हुआ, लेकिन बुधवार सुबह फिर शीतलहर चलने से तापमान गिर गया। रात के न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस से गिरकर सुबह 6 बजे 10 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। इसके चलते लोग को फिर ज्यादा सर्दी लगी। लोग उनी वस्त्र पहने नजर आए । उधर बुधवार सुबह से ही सूर्य निकलने से लोग कई लोग छतों और खुले में भी गए, लेकिन शीतलहर चलने से लोग ज्यादा देर नहीं रुके। इस दौरान शीतलहर से स्कूली बच्चों से लेकर दैनिक कामकाजी लोगों समेत दुपहिया वाहन चालकों को काफी परेशानी हुई। ज्ञात रहे कि इस साल सर्दी और कोहरे का असर लंबे समय तक रहा। इससे लोगों की दिनचर्या भी काफी प्रभावित हुई। सर्दी तो रात और सुबह-शाम अभी बनी हुई है। जिले में दो माह तक सर्दी का तो करीब डेढ़ माह तक कोहरे का असर रहा ज्यादा रहा। कोहरा तो दस दिन पहले खत्म हो गया। उसके साथ ही लगा था कि अब सर्दी का सीजन भी जाने वाला है, लेकिन दस दिन पहले दो दिन तक जिला मुख्यालय समेत जिले के अधिकांश हिस्सों में हुई बारिश से मौसम में गलन बढ़ गई । साथ ही शीतलहर शुरु हो गई। शीतलहर से एक बार आठ दिन पहले मंगलवार रात से न्यूनतम तापमान फिर दो डिजिट से घटकर एक डिजिट में 9 डिग्री सेल्सियस तक आ गया था। फिर उसके दूसरे दिन बुधवार रात को फिर गिर कर 7 डिग्री तक पहुंच गया । गुरुवार रात को भी न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस रहा । फिर शुक्रवार रात को न्यूनतम पारा गिरकर 6 डिग्री रह गया,लेकिन शनिवार रात को यह बढ़कर 9 डिग्री सेल्सियस हो गया। फिर रविवार रात को यह घटकर 7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। इससे लोगों को फिर गलन और शीतलहर का सामना करना पड़ा।
सोमवार को न्यूनतम तापमान बढ़कर दो डिजिट में पहुंच गया, दस डिग्री सेल्सियस रहा। इससे शीतलहर और गलन में थोड़ी राहत मिली। मंगलवार रात को न्यूनतम तापमान फिर बढ़कर 14 डिग्री हो गया। इससे लोगों को सर्दी से काफी राहत मिली। लेकिन सुबह होते ही 6 बजे यह तापमान फिर से गिरकर 10 डिग्री तक चला गया। इससे गलन बढ़ गई। सुबह से ही शीतलहर चल रही है।