जवाहर लाल नेहरू जिला चिकित्सालय में ऊधमसिंह नगर के अलावा यूपी के रामपुर जिले से काला पीलिया (हैपेटाइटिस सी) के मरीज इलाज कराने आते हैं। इस बार जिला चिकित्सालय ने सप्ताह भर में 90 मरीजों को पहली डोज दी है। काला पीलिया के रोगी को तीन माह के कोर्स में सरकार को लगभग 45 हजार रुपये की दवाई देनी पड़ती है। महंगा इलाज होने की वजह से यह दवाई आसानी से अस्पतालों में नहीं मिल पाती है।
अस्पताल में बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अब जिले के दो उप जिला चिकित्सालयों में भी काला पीलिया की दवाई उपलब्ध कराने की योजना बना रहा है। इसके लिए काशीपुर उप जिला चिकित्सालय व खटीमा नागरिक उप जिला अस्पताल को चयनित किया जा सकता है। विभाग इन अस्पतालों की मॉनीटरिंग करने में जुट गया है। अगर, इन अस्पतालाें में दवाई का बेहतर रखरखाव रहा तो यहां से भी काला पीलिया के मरीज दवाई ले सकेंगे।
रुद्रपुर। जिला चिकित्सालय में काला पीलिया के रोगियों का पोर्टल पर पंजीकरण कराया जाता है। बिना पंजीकरण के किसी भी मरीज को दवाई नहीं मिलती है। इसी तरह काशीपुर व खटीमा के उप जिला चिकित्सालय में काला पीलिया की दवाई उपलब्ध कराई गई तो इन अस्पतालों में भी पोर्टल चालू होगा। पोर्टल के माध्यम से मरीजों का पंजीकरण कर उनका इलाज किया जाएगा।
काला पीलिया की दवा के लिए स्थानीय जिले के अलावा रामपुर से भी मरीज आते हैं। मरीजों को काला पीलिया का सुगम इलाज देने के लिए काशीपुर और खटीमा के उप जिला चिकित्सालयों में दवाई उपलब्ध कराने पर विचार किया जा रहा है। दोनों अस्पतालों की मॉनीटरिंग के बाद उनका चयन किया जाएगा और फिर भारत सरकार से दवाई की डिमांड करेंगे।-डॉ. मनोज कुमार शर्मा, सीएमओ