17 से 21 फरवरी तक आठ जिलों में भारी वर्षा व हिमपात का अलर्ट, न्यूनतम और अधिकतम तापमान में होगी गिरावट
शिमला। प्रदेश में 17 फरवरी से एक बार फिर से मौसम बदलने वाला है और राज्य के आठ जिलों में भारी वर्षा और हिमपात होगा। मौसम विभाग ने कांगड़ा, कुल्लू, चंबा, किन्नौर व लाहुल-स्पीति जिलों के साथ-साथ शिमला, सिरमौर व मंडी जिलों के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी वर्षा और हिमपात का अलर्ट जारी किया गया है। चंबा, कांगड़ा व कुल्लू जिलों के कुछ हिस्सों में आंधी के साथ आसमानी बिजली गिरने की संभावना रहेगी। इस दौरान न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट होगी। अभी तक प्रदेश में शीतलहर जारी है और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से शीतलहर में तेजी आना स्वभाविक है। चंबा, कांगड़ा व कुल्लू जिलों के कुछ हिस्सों में आंधी के साथ आसमानी बिजली गिरने की संभावना रहेगी। इस दौरान न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट होगी। अभी तक प्रदेश में शीतलहर जारी है और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से शीतलहर में तेजी आना स्वभाविक है।
मौसम में होने वाले बदलाव के कारण कई क्षेत्रों में पेयजल और विद्युत आपूर्ति बाधित होगी। इसके अतिरिक्त कई क्षेत्रों में कोहरा और धुंध अधिक होगी, जिसके कारण वाहनों को असुविधा होगी। मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल का कहना है कि 17 फरवरी को देर सांय या रात से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ से राज्य प्रभावित होगा।
पश्चिमी विक्षोभ कि सक्रियता 19 फरवरी तक अधिक ऊंचाई वाले स्थानों में चरम पर रहेगी। जबकि निचले व मध्यम ऊंचाई वाले स्थानाें में वर्षा और हिमपात होगा। इस दौरान कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि हो सकती है। औसत न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट रहेगी।
प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले स्थानों में चार स्थान ही ऐसे हैं, जहां पर इस समय न्यूनतम तापमान माइनस में चल रहा है। कुकुमसेरी में -7.2, कल्पा में -1.0, मनाली में 0.9, नारकंडा में 0.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। केलंग, समधो का तापमान उपलब्ध नहीं था। ऐसे में माना जा सकता है कि प्रदेश के हिमपात वाले छह क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान माइनस में रहा होगा।