वन्यजीवों को बचाने के लिए रामनगर से मोहान तक बनेगा एलिवेटेड पुल
रामनगर। वन्यजीवों को वाहनों से होने वाली दुर्घटनाओं से बचाने के लिए रामनगर से मोहान तक एलिवेटेड पुल बनने की कवायद शुरू हो गई है। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व, रामनगर वन प्रभाग के साथ एनएच के अधिकारियाें ने संयुक्त सर्वे किया। सर्वे के बाद एनएच अधिकारी जल्द ही प्रस्ताव केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को भेजेंगे। नेशनल हाईवे 309 पर रामनगर से लेकर शंकरपुर तक 42 किमी को टू लेन बनाने की तैयारी चल रही है जिसे सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी है। इसे बनाने के लिए एनएच खंड को डीपीआर बनाने के लिए 52 लाख रुपये मिले हैं। हाईवे को लेकर एनएच के अधिकारियों ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व और रामनगर वन प्रभाग के वन कर्मियों के साथ आमडंडा से लेकर मोहान तक पहला संयुक्त सर्वे 16 जनवरी और दूसरा संयुक्त सर्वे 29 जनवरी को किया था। दोनों ही सर्वे के बाद वन विभाग ने वन्यजीव काॅरिडोर को देखते हुए एलिवेटेड पुल बनाने पर जोर दिया है। वन विभाग के मुताबिक एलिवेटेड पुल बनने से वन्यजीवों के वासस्थल से छेड़छाड़ नहीं होगी। इसके प्रस्ताव को एनएच की ओर से केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को भेजने की तैयारी की जा रही है।
आमडंडा से लेकर मोहान तक 22 किमी लंबा एलिवेटेड पुल बनेगा। वन विभाग की ओर से आमडंडा से लेकर ढिकुली तक और गर्जिया पुलिस चौकी से मोहान तक पुल बनाने का प्रस्ताव दिया गया है। इसके अलावा ढिकुली, रिंगौड़ा, धनगढ़ी तक एलिवेटेड पुल से उतरने और चढ़ने के लिए सर्विस लेन बनाने को भी कहा गया है।
रामनगर से मोहान तक हाईवे पर दस हजार से अधिक वाहनों को दबाव है। इस मार्ग से गढ़वाल, अल्मोड़ा के सल्ट सहित अन्य पर्वतीय क्षेत्र के वाहन गुजरते हैं। वहीं स्थानीय लोग भी रामनगर इसी मार्ग से आते-जाते हैं। इसके बनने से दो मंडल और तीन जिलों की जनता का सफर आसान हो जाएगा।