एनएच पर तिलोन के पास सुरक्षात्मक कार्य अंतिम चरण में

चंपावत। एनएच पर तिलोन के पास सुरक्षा दीवार का कम अंतिम चरण में है। करोड़ों की लागत से हो रहे सुरक्षा कार्य के पूरा होने के बाद यहां पर बरसात के सीजन में भी यातायात सुचारु रहने की उम्मीद है। पूर्व में पहाड़ी से मलबा सड़क पर आने के कारण अक्सर यातायात बाधित हो जाता था।
एनएच पर तिलोन के पास 350 मीटर पहाड़ी की सुरक्षा के लिए करीब साढ़े तीन करोड़ से सुरक्षा कार्य 80 फीसदी हो गया है। पहाड़ी से होने वाले भूस्खलन को रोकने के लिए जीओ जूट का कार्य पूरा हो गया है। अब जीओ जूट के ऊपर वायर मेस (लोहे की जाल) बिछाने का काम किया जा रहा है।
वायर मेस लगने के बाद पहाड़ी की सुरक्षा और अभी अधिक पुख्ता हो जाएगी। वायर मेस लगाने के काम पूरा होने के बाद पहाड़ी से मलबा बारिश और सामान्य दिनों में सड़क पर नहीं गिरेगा। एनएच के सेक्शन इंचार्ज सीनियर इंजीनियर अभिषेक शर्मा ने बताया कि तिलोन में वायर मेस लगाए जाने का कार्य किया जा रहा है। पहाड़ी के 350 मीटर हिस्से में वायर मेस लगनी है। बता दें कि तिलोन पर पहाड़ी से मलबा गिरने के कारण यातायात अक्सर बाधित हो जाता था। इससे पिथौरागढ़ से चंपावत और चंपावत से पिथौरागढ़ की ओर से जाने वाला यातायात कई बार बाधित हो जाता था।