देश के विकास के लिए अच्छे शोध जरूरी : प्रो. गुरान
श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के पं. ललित मोहन शर्मा परिसर में गणित विभाग की ओर से राष्ट्रीय विज्ञान दिवस सेमिनार आयोजित किया गया। सेमिनार में विकसित भारत के लिए स्वदेशी तकनीक विषय पर व्याख्यान दिया गया। बुधवार को आयोजित सेमिनार में बेब्स बोल्याई विश्वविद्यालय क्लुज-नेपोका रोमानिया की प्रो. लिलियाना गुरान ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स और इंटरनेट ऑफ बिजनेस और व्यावसायिकरण में इसके अनुप्रयोगों पर चर्चा की। उन्होंने छात्रों, अनुसंधान विद्वानों और संकाय सदस्यों के साथ बातचीत कर देश के विकास के लिए अच्छे शोध कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। गणित विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. अनिता तोमर ने कहा कि राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का विषय विकसित भारत के लिए स्वदेशी तकनीक वैश्विक चिंताओं को दूर करने में मदद करेगी। कहा कि आईएनएस विक्रांत भारतीय नौसेना के लिए भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित जहाज है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने कई वैमानिक प्रणाली मिसाइलें और इलेक्ट्रॉनिक प्रौद्योगिकियां विकसित की हैं। भारत बायोटेक की को-वैक्सीन भारत का पहला स्वदेशी कोविड-19 वैक्सीन है। गणित विभाग के शोध छात्र, शिवानी, सजल, मोनिका, नितिन, कौशल ने कृषि, विज्ञान, स्वास्थ्य, डिजिटल प्लेटफॉर्म, शिक्षा आदि के क्षेत्र में मौजूद विभिन्न स्वदेशी प्रौद्योगिकी के बारे में चर्चा की।
कुलपति प्रो. एनके जोशी ने शिक्षा में अकादमिक उत्कृष्टता और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए गणित विभाग की सराहना की। कहा इस सेमिनार की सफलता संस्थान में विकास और प्रगति की संस्कृति को बढ़ावा देती है। निदेशक प्रो. एमएस रावत, विज्ञान संकाय के संकायध्यक्ष डॉ. जीएस ढींगरा, प्रो. दीपा शर्मा, डा. गौरव वार्ष्णेय, डॉ शिवांगी उपाध्याय आदि शामिल रहे