अल्मोड़ा। अब कोसी मटेला पंपिंग योजना से जुड़े एक लाख लोगों को शुद्ध पानी मिलेगा। मटेला गांव में योजना के नजदीक 62 लाख रुपये से राष्ट्रीय स्तर की प्रयोगशाला बनेगी, इसमें पानी में मौजूद बैक्टीरिया और हानिकारक तत्वों की जांच होगी। जांच के बाद इन्हें खत्म कर लोगों को शुद्ध पानी उपलब्ध कराया जाएगा। कोसी बैराज में आए दिन गाद जमा होने से लोगों के घरों में दूषित पानी पहुंचता है। पंपिंग योजना के नजदीक राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला (एनएबीएल) को धरातल पर उतारा जाएगा, इसकी कवायद शुरू हो चुकी है। संवाद
दूसरे जिलों के पानी के सैंपल की भी होगी जांच
अल्मोड़ा। जिले में छह लाख से अधिक की आबादी की प्यास बुझाने के लिए 80 से अधिक पेयजल योजनाओं का निर्माण किया गया है। इन योजनाओं के पानी की जांच की जिले में बेहतर सुविधा नहीं है। अब कोसी में बनने वाली राष्ट्रीय स्तर की इस प्रयोगशाला में अल्मोड़ा के साथ ही अन्य जिलों की पेयजल योजनाओं और जल स्रोतों के पानी की जांच होगी।
प्रयोगशाला में पानी की कई चरणों में जांच कर इसमें मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया, कैंसर जैसी घातक बीमारी का कारण आर्सेनिक और कैडमियम धातुओं को नष्ट कर लोगों को शुद्ध पानी उपलब्ध कराया जाएगा। टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। जल्द इसका निर्माण कार्य शुरू होगा। -अरुण कुमार सोनी, ईई, जल संस्थान, अल्मोड़ा।