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गांगुली बोले- सिर्फ एक फॉर्मेट खेलना सही नहीं ईशान किशन से बात करे बोर्ड लीडरशिप, पंत पर फैसला 5 मार्च के बाद

पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने युवा क्रिकेटर्स को सभी फॉर्मेट का क्रिकेट खेलने की सलाह दी है। 51 साल के पूर्व क्रिकेटर ने रेड बॉल क्रिकेट पर जोर देते हुए कहा कि मुझे ऐसा कोई कारण समझ नहीं आता कि आप एक फॉर्मेट में खेलो और दूसरे में नहीं।

दूसरी ओर, गांगुली ने ऋषभ पंत के IPL खेलने पर कहा कि 5 मार्च को NCA फिटनेस क्लियरेंस के बाद तय होगा कि वे क्या करेंगे और क्या नहीं। हम उनके मामले में जल्दबाजी नहीं करेंगे। गांगुली इस समय दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में चल रहे दिल्ली कैपिटल्स के ट्रेनिंग कैंप का हिस्सा हैं।

सरफराज को रिलीज किया, क्योंकि वे टेस्ट के अच्छे खिलाड़ी
मिनी ऑक्शन से पहले सरफराज खान को रिलीज करने के सवाल पर गांगुली कहते हैं कि सरफराज टेस्ट के अच्छे प्लेयर हैं, लेकिन टी-20 अलग तरह का खेल है। बता दें कि ऑक्शन से पहले दिल्ली कैपिटल्स ने 20 खिलाड़ी रिलीज किए थे। इनमें सरफराज खान भी शामिल हैं।

गांगुली की 4 मुख्य बातें…

  • ईशान किशन के बारे में उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार हो रहा है, जब कोई क्रिकेटर डोमेस्टिक क्रिकेट को इग्नोर कर रहा हो। इससे पहले भारतीय क्रिकेटर जब भी फ्री होते हैं, डोमेस्टिक क्रिकेट खेलते हैं। मुझे विश्वास है कि BCCI इस मामले में प्रॉपर एक्शन लेगा।
  • युवा रेड बॉल और वाइट बॉल दोनों क्रिकेट खेल सकते हैं। IPL और फर्स्ट क्लास करियर एक साथ बन सकता है। इनका आपस में टकराव नहीं है। फर्स्ट क्लास क्रिकेट IPL शुरू होने से एक महीने पहले समाप्त हो जाता है। ऐसे में मुझे कोई दिक्कत समझ नहीं आती है।
  • कई टॉप क्लास प्लेयर जैसे- कोहली, रोहित, बुमराह, केएल राहुल या ऋषभ पंत ने टेस्ट और वाइट बॉल क्रिकेट खेला है। वर्ल्ड लेवल पर मिचेल मार्श, हैरी ब्रुक और डेविड वॉर्नर ऐसा कर रहे हैं। मेरे टाइम में सचिन, द्रविड़ और मैं खुद दोनों फॉर्मेट खेलता था। मुझे ऐसा कहने का कोई कारण समझ नहीं आता है कि आप एक फॉर्मेट में खेलो और दूसरे में नहीं।
  • कोई खिलाड़ी किसी एक फॉर्मेट पर फोकस नहीं कर सकता है। आपको हर फॉर्मेट पर ध्यान देना जरूरी है। मैं यह नहीं कर रहा हूं कि केवल रणजी का प्रदर्शन खेलना जरूरी है। आपको वाइट बॉल का प्रदर्शन भी देखना होगा। आप अपना डोमेस्टिक सीजन खत्म करने के बाद रणजी खेल सकते हैं, क्योंकि दोनों के बीच काफी गैप है।
  • वर्कलोड मैनेजमेंट केवल फास्ट बॉलर्स के लिए है। बल्लेबाजों को वर्कलोड मैनेजमेंट क्यों चाहिए? बुमराह को आराम देना समझ आता है। लेकिन युवाओं वर्कलोड का बहाना नहीं बना सकते हैं।

बोर्ड की लीडरशिप को किशन से बात करनी चाहिए
भारतीय बोर्ड के सचिव जय शाह, अध्यक्ष रोजर बिन्नी और सिलेक्टर्स को इशान किशन से बात करनी चाहिए कि उसने रणजी ट्रॉफी छोड़कर वाइट बॉल को तवज्जो क्यों दी? क्या यह उसका करियर ठीक तरह से बनाएगा?

दिल्ली कैपिटल्स के सभी खिलाड़ियों ने मुश्ताक अली, विजय हजारे और रणजी ट्रॉफी में हिस्सा लिया है। खलील अहमद ने लंबे समय तक पूरा सीजन खेला है।

पंत की भूमिका पर फैसला 5 मार्च के बाद करेंगे
विकेटकीपर ऋषभ पंत की भूमिका पर फैसला 5 मार्च को NCA के फिटनेस टेस्ट के बाद लिया जाएगा। इस मसले में जल्दबाजी नहीं करेंगे, क्योंकि पंत का करियर बहुत लंबा है।

NCA से क्लियरेंस मिलने के बाद पंत की भूमिका तय करेंगे कि वे सिर्फ बैटिंग करेंगे या कप्तानी या विकेटकीपरिंग करेंगे। जहां तक उनकी विकेटकीपरिंग की बात है तो हमारे पास कुमार कुशाग्र, रिकी भूई, साई होप और ट्रिस्टर्न स्टब्स जैसे ऑप्शन हैं।

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