बद्रीनाथ धाम में स्थिति का जायजा लेने निकला दल रास्ते से लौटा, अधिकारी बोले- पैदल जाने लायक भी नहीं है रास्ता
गोपेश्वर। बद्रीनाथ महायोजना के कार्यों को शुरू करने के लिए बद्रीनाथ धाम में बर्फ की स्थिति का जायजा लेने जा रहे केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को दल रडांग बैंड से लौट आया। यहां से आगे बर्फ में पैदल जाने लायक रास्ता भी नहीं है और मार्ग बंद है। हालांकि हाईवे खोलने के कार्य में बीआरओ की टीम जुटी है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट बद्रीनाथ धाम के सुंदरीकरण का कार्य जनवरी माह से ठंड के चलते रूका हुआ है। बताया गया कि प्रशासन अब इस कार्य को फिर से शुरू करने की रणनीति बना रहा है। लेकिन, हालिया बर्फबारी से निर्माण कार्य पूरी तरह प्रभावित हो गया है।
धाम में छह फीट से अधिक बर्फ जमी हुई है। धाम में तीसरे चरण में मंदिर के आसपास सुंदरीकरण का कार्य होना है। बद्रीनाथधाम के कपाट खुलने से पूर्व यहां पर आवश्यक कार्यों को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। लेकिन, अब बद्रीनाथधाम में बर्फ पिघलने के बाद ही कार्य शुरू हो पाएंगे।
महायोजना के निर्माण की जिम्मेदारी संभाल रहे सीपीडब्लूडी के अधिशाषी अभियंता विपुल सैनी के नेतृत्व में दल बद्रीनाथधाम में स्थिति का अवलोकन के लिए जा रहा था। जो हनुमानचट्टी से आगे घुड़सिला रडांग बैंड से ही वापस लौट आया है।
बताया कि भारी बर्फ के चलते यहां से आगे सड़क बंद है। पैदल भी जाना फिलहाल खतरे से खाली नहीं है। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ धाम में महायोजना का कार्य इसी माह शुरू किया जाना है। बर्फ पिघलने का इंतजार किया जा रहा है।