एनीमिया की दवा पिलाने में पिछड़ा सितारगंज
रुद्रपुर। एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के तहत आयोजित कार्यशाला व समीक्षा बैठक में एनीमिया की रोकथाम को लेकर गहन चर्चा की गई। सीएमओ डॉ. मनोज कुमार शर्मा ने कहा कि मातृ व शिशु मृत्यु दर को कम करने और बच्चों के मानसिक व शारीरिक विकास के लिए आयरन फोलिक एसिड की टेबलेट व सीरप पिलाने जरूरी हैं। इस दौरान आईएफए के सीरप पिलाने में सितारगंज अस्पताल पिछड़ा मिला। बृहस्पतिवार को एक होटल में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से राष्ट्रीय बाल, किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय प्रशिक्षण व समीक्षा बैठक की गई। एविडेंस एक्शन संस्था के राज्य कंसल्टेंट मेधावी मनीष ने प्रदेश को एनीमिया मुक्त के लिए चल रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी। मास्टर ट्रेनर मनीष ने बताया कि प्रदेश में सामने आ रहे एनीमिया के मामलों में ऊधमसिंह नगर में एनएफएचएस के पांचवें सर्वे में यहां आज भी एनीमिया के मामले अधिक हैं। बताया कि आयरन फोलिक एसिड छह से 59 माह के बच्चों को सीरप पिलाने के लिए जिले के सभी अस्पतालों का लक्ष्य निर्धारित है, लेकिन सितारगंज में सबसे कम सीरप बच्चों को पिलाया गया। रुद्रपुर व काशीपुर अस्पताल की ओर से तो पोर्टल पर अंकन तक नहीं किया जा रहा है। सीएमओ ने पोर्टल पर अंकन नहीं होने पर नाराजगी जताई। कहा कि सभी बीपीएम अपने क्षेत्रों का डाटा संकलित कर पांच तारीख तक हर हाल में एचएमआईएस पोर्टल पर उसका अंकन करेंगे। एनीमिया की रोकथाम के लिए अधिक से अधिक बच्चों तक लाभ पहुंचाया जाए। आरकेएसके काउंसलरों को गंभीर बच्चों व किशोरों को डीईआसी सेंटर भेजें। वहां एसीएमओ डॉ. हरेंद्र मलिक, डॉ. एसपी सिंह, एमओआईसी डॉ. एचके त्रिपाठी, एनएचएम के जिला कार्यक्रम प्रबंधक हिमांशु मनूसी, सीईओ के प्रतिनिधि दयाशंकर पांडे, सीडीपीओ, पीरामल फाउंडेशन के जिला कार्यक्रम अधिकारी सोएब अहमद, आरबीएसके प्रबंधक जावेद, डीडीएम चांद मियां, मो. आमिर खां आदि थे।