नंबर चार पर डेब्यू करने वाले नौवें भारतीय बने पडिक्कल, पहली पारी में 65 रन बनाकर बनाया नया रिकॉर्ड
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला खेला जा रहा है। धर्मशाला में खेले जा रहे मैच में देवदत्त पडिक्कल को डेब्यू का मौका मिला है। उन्हें 100वां टेस्ट खेल रहे रविचंद्रन अश्विन ने डेब्यू कैप दी। इंग्लैंड ने पहली पारी में विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए जैक क्रॉली के अर्धशतक की बदौलत 218 रन बनाए। इस दौरान कुलदीप यादव ने पांच और अश्विन ने चार विकेट लिए। वहीं, जडेजा को एक सफलता मिली। इसके जवाब में भारतीय टीम दमदार प्रदर्शन करती नजर आ रही है। भारत 200 से अधिक रन की बढ़त बना चुका है। रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने शानदार शतक लगाए। इस मुकाबले के जरिए देवदत्त पडिक्कल ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया है। उन्होंने पहली पारी में भारत के लिए 65 रन बनाए। नंबर चार उतरे इस बल्लेबाज ने 10 चौके और एक छक्का लगाया। इस शानदार प्रदर्शन के साथ उन्होंने नया रिकॉर्ड कायम कर लिया है। केरल के बाएं हाथ के बल्लेबाज को पहले टेस्ट में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी का मौका मिला जिस पर दो दशकों को विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज बल्लेबाजों का कब्जा रहा। 1988 के बाद इस स्थान पर डेब्यू करने वाले पडिक्कल पहले भारतीय बल्लेबाज बने। उनसे पहले इस स्थान पर डब्ल्यूवी रमन ने डेब्यू किया था। उनसे पहले सिर्फ आठ भारतीय बल्लेबाज, सीके नायडू, विजय हजारे, हेमू अधिकारी, रामनाथ केनी, अपूर्व सेनगुप्ता, मंसूर अली खान पटौदी, गुंडप्पा विश्वनाथ और रमन ने अपने डेब्यू टेस्ट में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी की थी। 23 वर्षीय बल्लेबाज ने डेब्यू टेस्ट में एक और रिकॉर्ड अपने नाम किया। इंग्लैंड के खिलाफ उनकी 65 रन की पारी एक पारी में चौथे नंबर पर पदार्पण करने वाले किसी भारतीय खिलाड़ी की दूसरी सबसे बड़ी पारी है। पडिक्कल से पहले केवल विश्वनाथ ने कानपुर (1969) में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 137 रन बनाए थे।